मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंजबासौदा में कुएं में गिरे लोगों काे निकालने का काम 14 घंटे बाद भी जारी है। हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बाप-बेटे समेत 10 लोग अब भी लापता हैं। पुलिस ने घटना स्थल से 1 किलोमीटर का एरिया सील कर दिया है। पुलिस को डर है कि घटना से आक्रोशित लोग प्रदर्शन कर सकते हैं। ADGP साईं मनोहर ने 3 शव निकाले जाने की पुष्टि की है जबकि स्थानीय ग्रामीणों ने चार मौत की जानकारी दी है। इधर, कुएं में झीर के कारण लगातार पानी आने से रेस्क्यू में बाधा आ रही है। पानी आने की वजह से कुआं पूरी तरह खाली नहीं हो पा रहा है।
गुरुवार देर शाम यहां बड़ा हादसा हुआ था। कुएं में एक बच्चे के गिरने के बाद उसे निकालने के लिए पहुंचे लोगों के वजन की वजह से कुएं की दीवार टूट गई और कई लोग अंदर गिर गए थे। सुबह तक 20 लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। 4 लोगों के शव भी कुएं से निकाले गए हैं। फिलहाल शुभम (20), उसके पिता सुनील (50), नारायण कुशवाह (45) और एक अन्य का शव निकाला गया है।

रोते-बिलखते परिवार वाले।
रात से ही चल रहा है ऑपरेशन
रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी विदिशा जिले में ही थे। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को रवाना कर दिया था। विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग भी भोपाल से विदिशा पहुंच चुके हैं। NDRF और SDRF की टीम ने रात को ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया था। जो अभी भी जारी है। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार की सहायता का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन की सतत निगरानी की जा रही है।

कुएं के पास खुदाई करती जेसीबी।
बच्चे का भी पता नहीं
गुरुवार की शाम करीब 6 बजे लाल पठार गांव में रवि अहिरवार नामक 13 साल का एक बच्चा 40 फीट गहरे कुएं में गिर गया था। कुएं में पानी भरा था। इसके बाद वहां भीड़ लग गई। भीड़ के वजन से अचानक कुआं धंस गया। इससे वहां खड़े करीब 30 लोग कुएं में गिर गए थे। रेस्क्यू ऑपरेशन में सबसे पहले कुएं में गिरे बच्चे का अभी तक पता नहीं चल पाया है।