किरनापुर पुलिस ने एक 18 वर्षीय लड़की का अपहरण और उसके साथ बलात्कार करने के आरोप में फरार तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 2 मई की रात्रि 11:30 बजे करीब तीनों आरोपी युवक वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए थे। गिरफ्तार तीनों आरोपी अभिषेक पिता उमाशंकर चौहान 19 वर्ष रवि पिता कन्हैया मातरे 19 वर्ष और पवन पिता शिवप्रसाद नांगफासे 23 वर्ष तीनों ग्राम मटकाटोला हिर्री निवासी को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार किरनापुर थाना क्षेत्र में रहने वाली यह 18 वर्षीय लड़की बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही है ।जिसके परिवार में माता-पिता दादी के अलावा वे पांच बहने हैं। 2 मई की रात में यह लड़की अपने चाचा चाची के घर सोने चली गई थी चाचा का स्वास्थ्य खराब होने से गोंदिया में इलाज करवा रहे हैं ।रात्रि में लड़की अपनी दादी के साथ हुई थी। रात 11:30 बजे करीब यह लड़की अपने घर के सामने लघुशंका के लिए टॉर्च चालू करके बाहर निकली थी ।घर वापस आते समय अभिषेक चौहान और रवि मातरे इस लड़की के पास आये और दोनो ने इस लड़की का जबरदस्ती मुंह दबाकर दुपट्टे से मुंह बांधकर अपनी मोटरसाइकिल में बिठाकर पानगांव पुलिया ले गए ।लड़की ने अपना मोबाइल अपने पास छुपा ली थी। पुलिया के पास पवन नांगफांसे हिर्री निवासी पहले से था तीनों युवक इस लड़की के साथ जबरदस्ती करने लगे ।पहले अभिषेक चौहान ने इस लड़की के साथ ज़बरदस्ती बलात्कार किया। जिसके बाद पवन नांगफासे इस लड़की के साथ जबरदस्ती करने लगा था। तभी तीनों युवक के बीच किसी बात पर विवाद हो गया और आपस में लड़ने लगे। जिसका फायदा लड़की नेउठाते हुए मौका देख कर उसने अपने पिता को फोन करके घटना के सम्बंध में बताकर तुरन्त बुलाई। लड़की का पिता गाव वालो के साथ वहां पर पहुंचा जिन्हें देख तीनों युवक वहां से फरार हो गए ।घटना के संबंध में इस लड़की ने अपने परिवार वालों को बताई। 3 मई की शाम यह लड़की अपने परिवार के साथ रिपोर्ट करने के लिए किरनापुर पुलिस थाना पहुंची। किरनापुर पुलिस ने इस लड़की द्वारा की गई रिपोर्ट पर तीनों युवक अभिषेक चौहान रवि मातरे और पवन नांगफासे के विरुद्ध धारा 366 376 376 डी भादवि के तहत अपराध दर्ज किया। किरनापुर पुलिस ने अपराध दर्ज करने के तुरंत बाद ही इन फरार आरोपियों की पतासाजी शुरू की। इस दौरान रात 10 बजे तीनों युवक हिर्री बस स्टैंड में उस समय पकड़ लिए गए जब वे फरार होने की फिराक में बस का इंतजार कर रहे थे। तीनों से पूछताछ में उन्होंने मोटरसाइकिल पानगाव समीप सोननदी पुल के पास छोड़ना बताया ।जिनकी निशानदेही पर मोटरसाइकिल जप्त गई। 4 मई को किरनापुर पलिस ने तीनों आरोपियों को बालाघाट की विद्वान अदालत में पेश कर दिए जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।