बैहर तहसील के अंतर्गत आने वाले एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय बैहर की 19 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि सभी छात्राओं ने नाश्ते में चने गए थे। जिसके बाद प्रार्थना के वक्त एक के बाद एक बच्चियों को चक्कर आने लगे और वह बेहोश होकर गिरने लगी।
जिन्हें आनन-फानन में बैहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद 17 बच्चियों की छुट्टी कर दी गई वहीं गंभीर अवस्था में दो छात्राओं को उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है जहां उनका उपचार जारी है।
जिला अस्पताल में भर्ती छात्राओं में मवाला गांव की रहने वाली कक्षा दसवीं की छात्रा शारदा पिता नरेश टेकाम और सिवनी उगली ग्राम गोरखपुर निवासी कक्षा दसवीं की छात्रा दुर्गेश्वरी पिता वीर सिंह उईके के नाम का समावेश है जिनकी जिला अस्पताल में हालत पहले से बेहतर बताई जा रही है। उधर वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों की बातों पर यदि यकीन किया जाए तो सूत्र बताते हैं कि रौंदा टोला स्थित छात्रावास में सुबह नाश्ते में चटपटी देने के लिए छात्रावास कर्मचारियों द्वारा रात्रि के वक्त चने को पानी में भिगोकर रखा गया था जिसमें छिपकली गिर कर मर गई थी कर्मचारियों ने सुबह मरी हुई छिपकली को गंज से निकाल कर फेंक दिया उसका पानी बदलकर,दूसरे पानी से चने को धोकर उसी चने से चटपटी बनाई थी।
मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद जिला अध्यक्ष दिनेश धुर्वे ने आदिवासी क्षेत्रों में शासन प्रशासन का स्वास्थ्य व शिक्षाओं में ध्यान ना होने की बात कही है।