2 सूत्रीय मांगों को लेकर कोटवार हुए लामबंद

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प्रदेश के तमाम ग्राम रक्षक कोटवारों को नियमित करने, माल गुजारो द्वारा पूर्व में दी गई भूमि का मालिकाना हक दिए जाने और कलेक्टर दर से कोटवारों को मानदेय देने कि वर्षों से लंबित अपनी इन्ही माँगो को लेकर केवल जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश भर के कोटवार लामबंद हो गए हैंजिन्होंने वर्षों से लंबित मांगे पूरी ना होने पर अपनी नाराजगी जताते हुए अपने-अपने जिलों में 13 से 17 मार्च तक हड़ताल शुरू कर दी है। जिसका एक नजारा सोमवार को नगर के बस स्टैंड में भी देखने को मिला जहां वर्षों से लंबित अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के कोटवारों के द्वारा धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। बताया जा रहा है कि वर्षों से लंबित अपनी इन्हीं मांगों को पूरा कराने के लिए कोटवार संघ द्वारा विगत समय से धरना प्रदर्शन, आंदोलन ,ज्ञापन ,निवेदन किए जा रहे हैं बावजूद सरकार के द्वारा उनकी 2 सूत्रीय मांगों का अब तक निराकरण नहीं किया गया है। जिससे आक्रोशित जिले के कोटवारों के द्वारा प्रांतीय आवाहन पर स्थानीय बस स्टैंड में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सोमवार 13 मार्च से 17 मार्च तक हड़ताल शुरू कर दी है। जिन्होंने 17 मार्च तक मांग पूरी ना होने पर भोपाल में जाकर प्रदर्शन करने और जेल भरो आंदोलन करने की बात कहते हुए उस पर भी मांग पूरी ना होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है। हड़ताल के दौरान सुखचंद, देवदास डहारे, चंद्र भाग, जयेंद्र मंडलेकर, लक्ष्मण डोंगरे, सुरेंद्र चौहान, विनोद मेश्राम, महेश भौतेकर, देवेंद्र गजभिए आदि कोटवार उपस्थित रहे

तो जेल भरो आंदोलन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी- पदाधिकारी
हड़ताल को लेकर की गई चर्चा के दौरान म.प्र कोटवार संघ पदाधिकारी अशोक गेड़ाम, और मदन निकोसे ने बताया कि कोटवार संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर ब्लॉक स्तर पर धरना व हड़ताल किया जा रहा था। गत दिवस भी वेतन भुगतान की मांग को करे कोटवार संघ द्वारा जिलास्तर पर धरना प्रदर्शन किया है। कोटवार शासन की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप ेमें कार्य करता है लेकिन हमें 4 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है जिससे अपना व परिवार का जीवनयापन करना मुश्किल है। हमारे द्वारा काफी लंबित समय से मांग की जा रही है कोटवारों को नियमित किया जाए या कलेक्टर दर पर वेतन भुगतान किया जाए। लेकिन सरकार हमारी मांग पूरी नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं की गई तो आगामी दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएंगा

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