20 मई को राजा भोज शासकीय कृषि महाविद्यालय नेवरगांव में मनाया जाएगा विश्व मधुमक्खी दिवस

0

सम्‍पूर्ण विश्‍व में 20 मई को अंतर्राष्‍ट्रीय मधुमक्‍खी दिवस मनाया जाता है। जो पिछले बार देश के गुजरात में मनाया गया था, इस बार प्रदेश के बालाघाट में मनाया जायेगा। इस वर्ष अंतर्राष्‍ट्रीय मधुमक्‍खी दिवस पर बालाघाट जिले के राजा भोज कृषि महाविद्यालय नेवरगांव में राष्‍ट्रीय स्‍तर का भव्‍य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। जिसमें विश्व के मधु उत्पादक शामिल होंगे। राष्‍ट्रीय मधुमक्‍खी बोर्ड, राजा भोज कृषि महाविद्यालय बालाघाट एवं जिला प्रशासन के संयुक्‍त तत्‍वावधान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। यह तमाम बातें आयोग अध्यक्ष एवं बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन ने बुधवार को नगर के सर्किट हाउस में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। जहां आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मधुमक्खी दिवस पर नेवरगांव में 18 से 20 मई तक आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी, तो वहीं उन्होंने कमलनाथ सरकार की नारी सम्मान योजना पर भी निशाना साधा जिन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस चाहे कोई भी योजना ले आए ,प्रदेश और देश में उनकी सरकार नहीं बनेगी।

मधुमक्खी दिवस का आयोजन बालाघाट के लिए सौभाग्य की बात
आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि गत वर्ष अंतर्राष्‍ट्रीय मधुमक्‍खी दिवस पर गुजरात राज्‍य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस वर्ष यह सौभाग्‍य बालाघाट जिले को मिल रहा है। इस आयोजन में देश एवं विदेशों के 500 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगें। इस आयोजन में देश भर से मधुमक्‍खी पालन करने एवं मधु का उत्‍पादन करने वाले विशेषज्ञ एवं उनके प्रतिनिधि शामिल होंगें। इस अवसर पर मधुमक्‍खी पालन पर जानकारी देने के लिए प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। इस प्रदर्शनी में शहद एवं उसके उत्‍पादों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। इस आयोजन के दौरान राजा भोज कृषि महाविद्यालय में विशाल कृषि मेला एवं किसान सम्‍मेलन का भी आयोजन होगा।इसके साथ ही बैल जोड़ी की पट प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली प्रत्‍येक जोड़ी को ईनाम दिया जायेगा। जो लाखो का होगा। उन्होंने इस कार्यक्रम में जिले वासियों को आमंत्रित करते हुए जिले वासियों के उपस्थित रहने की अपेक्षा की है।

किसानों की बढ़ेगी आय
इस दौरान श्री बिसेन ने बताया कि राष्ट्र के कृषकों की आय परंपरागत खेती स्रोतों से हटकर विशेष क्षेत्र जैसे मुक्त मधुमक्खी पालन, झींगा पालन, चिन्नौर चावल जैविक एवं प्राकृतिक खेती फलोउघान, दलहन, तिलहन , ड्राई फूड आदि चित्रों के जरिए बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।जिसकी विभिन्न जानकारियां इस 3 दिवसीय किसान सम्मेलन में दी जाएगी। इसमें कृषि प्रदर्शनी मधुमक्खी ,मत्स्य ,दुग्ध प्रदर्शनी सहित राष्ट्रीय बैल जोड़ी प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इसके अलावा राजा भोज की कृषि महाविद्यालय विकास भवन का लोकार्पण सभागृह भूमि पूजन सहित अन्य कार्यक्रम कराए जाएंगे वही महाविद्यालय में राजा भोज की एक भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी इस कृषि महाविद्यालय में केवल प्रदेश या देश की ही नहीं बल्कि विदेशों के बच्चे भी पढ़ने आएंगे।

सभी प्रकार के फूल से शहद का हो सकता है उत्पादन
श्री विषय ने आगे बताया की कृषक ग्रामीणों की आय का साधन मधुमक्खी भी हो सकता है इसके पहले मुरैना, भिंड, ग्वालियर में बड़े पैमाने पर सरसों की खेती होती थी वहां से किसानों को बॉक्स देकर मधुमक्खी की खेती के लिए प्रेरित किया गया था वहां अब काफी अच्छे तरीके से मधुमक्खी के जरिए शहद का उत्पादन हो रहा है। जिसे अब बालाघाट में भी लागू किया जाएगा। केवल एक ही फूल नहीं बल्कि महुआ में भी मिठास होती है उसमें भी मधुमक्खी पालन को डिवेलप किया जा सकता है यदि कोई फूलों की खेती करता हो तो उससे भी शहद पैदा कर सकते है आम और धान के फूल से भी मधु की पैदावार की जा सकती है। क्योंकि मधु पराग की मोहताज है जब अधिक पैमाने पर यह प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा तो विदेशी मुद्रा अर्जित होगी वही किसानों की आय भी बढ़ेगी ।

जब चुनाव आते हैं तो लोग धरना प्रदर्शन करते हैं
जिले में विभिन्न संगठनों द्वारा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए किए जा रहे धरना प्रदर्शन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में आयोग अध्यक्ष श्री बिसेन ने बताया कि जब भी लोकतंत्र में चुनाव आते हैं लोग धरना प्रदर्शन करते हैं। धरना प्रदर्शन करना उनका हक है हमें उनसे कोई एतराज नहीं है।

वे कोई भी योजना लाएं, कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा लाई गई नारी सम्मान योजना को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पहले तो श्री बिसेन ने स्पष्ट कर दिया कि वे कमलनाथ की बात करने नहीं आए हैं बाद में उन्होंने प्रदेश सरकार की तारीफ करते हुए कहा की हमारी सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना, लाडली बहना योजना, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना लेकर आई, प्राकृतिक आपदा की राशि हमारी सरकार ने बढ़ाई है। यदि वन्य प्राणी के हमले में किसी की मौत हो जाती है तो उसकी राशि 4 लाख से बढ़ाकर 8 लाख1 रु कर दी गई है लेकिन उनकी(कांग्रेस) सरकार ने क्या किया?. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर शब्दों के बाण चलाते हुए आगे कहा कि कांग्रेस के लोग काम नहीं करते, जबकि हमारी सरकार काम करती है। हमारी सरकार चुनाव के पूर्व किसानों का ब्याज माफ करेगी ,किसानों को ऋण मुक्त किया जाएगा ।अगर ये लोग (कमलनाथ कांग्रेस) काम करते तो ज्योतिराज जी सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में नहीं आते, कमलनाथ चाहते तो 15 महीने की सरकार में किसानों का कर्ज माफ कर देते, तो इस चुनाव में उनकी हर कोई बात मानता। यदि सरकार का खजाना खाली था तो उन्होंने ऋण क्यों नहीं लिया।उधार पैसे लेकर किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया। बेरोजगारों को महंगाई भत्ता क्यों नहीं दिया अब नारी सम्मान योजना लेकर आए हैं मैं बताना चाहता हूं कि वे कोई भी योजना लेकर आ जाएं ,मध्य प्रदेश और देश में कांग्रेस की सरकार नहीं बन सकती।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here