ब्यावरा। 20 साल पहले जिस तरह पिता की बिजली का सुधार कार्य करते समय अचानक बिजली सप्लाई होने से करंट लगने के कारण मौत हो गई थी। उसी तरह से 20 साल बाद रविवार अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त उनके बेटे रवि चौधरी खटीक निवासी सुठालिया रोड ब्यावरा का भी बिजली सुधार कार्य करने के दौरान निधन हो गया। रवि के निधन के बाद पूरा परिवार सदमें में है व जिले में दुख का माहौल व्याप्त है।
ब्यावरा बिजली कंपनी के अधीन आने वाले भूरा सब डिविजन में पदस्थ लाइन हेल्पर रवि चौधरी रविवार को एक बंद ट्रांसफार्मर की सप्लाई चालू करने के लिए बालचिड़ी में गए हुए थे। यहां पर ट्रांसफार्मर की बिजली चालू करने के लिए जैसे ही वह पोल पर ़चढे तो करंट लगने के साथ ही जमीन पर आ गिरे व मौत हो गई। उन्हें ब्यावरा सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। खास बात यह है कि रवि के पिता भी इसी बिजली कंपनी में कार्यरत थे। करीब 20 साल पहले जब वह विभागीय कार्य के तहत बिजली का सुधार कार्य कर रहे थे तो अचानक करंट सप्लाई होने के कारण उनका दुखद निधन हो गया था। उनके निधन के बाद 10 साल पहले पिता के स्थान पर रवि की लाइन हेल्पर के पद पर अनुकंपा नियुक्ति हुई थी। वह पिछले 10 वर्ष से बिजली का कार्य कर रहे थे। रविवार को सुधार कार्य के दौरान करंट सप्लाई होने से उनका दुखद निधन हो गया। उनके 2 वर्ष का एक छोटा बेटा है। घटना के बाद अस्पताल में परिजन, समाजन व नगर के नागरिकों का हुजूम लग गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
अनुकंपा नियुक्ति के लिए मां ने 10 साल किया था बेटे के बड़े होने का इंतजार
जिस समय रवि के पिता का निधन हुआ था उस समय रवि करीब 10 वर्ष के थे। ऐसे में रवि की अनुकंपा नियुक्ति होने व बेटे के बड़े होने के लिए मां व छोटे भाई सहित परिजन व मामा परिवार ने 10 साल तक इंतजार किया था। जैसे ही रवि बालिग हुए थे करीब 20 वर्ष की आयु में पिता के स्थान पर उनको अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। पिछले 10 वर्ष से वह कार्य कर रहे थे कि रविवार को अचानक करंट लगने से उनका निधन हो गया।
ट्रांसफार्मर की लाइन चालू करने गए थे, वह गिरे थे उन्हें छोड़कर भागे साथी
बालचिड़ी में ट्रांसफार्मर पर 30 हजार रुपये बिजली का बकाया था, जिसके चलते विभाग ने बिजली काट दी थी, लेकिन शनिवार को 30 हजार रुपये जमा होने के बाद रविवार को रवि उक्त ट्रांसफार्मर की बिजली सप्लाई चालू करने के लिए पहुंचे थे। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जैसे ही वह पोल पर ़चढे की करंट लगने से नीचे आ गया। इसके बाद उनके साथ गए दो कर्मचारी मौके से भाग निकले। घटना के बाद ग्रामीणों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
फिलहाल कार्रवाई नहीं, एमआरआई से होगी घटना स्प्ष्ट
विभागीय अधिकारियों की मानें तो रवि परमिट लेकर सुधार कार्य करने केे लिए गए थे, लेकिन बिजली सप्लाई कैसे हुई जिसके कारण उनकी जान गई यह स्पष्ट नहीं हो सका। फिलहाल विभाग द्वारा किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब मामले की जांच के लिए एमआरआई कराई जाएगी, जिससे यह स्प्ष्ट हो सकेगी कि करंट उल्टा सप्लाई हुआ था या किसी ने बिजली चालू की थी।
इनका कहना है रवि सुधार कार्य के लिए अधिकृत थे व वह परमिट लेकर गए हुए थे। फिलहाल किसी पर कार्रवाई नहीं की है। करंट उल्टा सप्लाई हुआ या चालू हुआ यह जांच की जा रही है। इसके लिए एमआरआई कराई जाएगी, ताकि स्थिति साफ हो सके।
कमल कांत सिंह, डीई, बिहजली कंपनी ब्यावरा
घटना दुखद है व बिजली कंपनी की इसमें घोर लापरवाही उजागर हो रही है। इस मामले में मैं मुख्यमंत्री जी व मंत्री जी से बात करूंगा, ताकि उचित जांच हो व दोषियों पर एफआइआर हो।
नारायणसिंह पंवार, पूर्व विधायक ब्यावरा
घटना बेहद दुखद है। जिसने भी लापरवाही बरती है उसके खिलाफ एफआइआर होना चाहिए। उनकी गलती के कारण एक निदोढष की जान चली गई। मैं अधिकारियों से बात कर रहा हूं, दोषियों को सजा मिलना चाहिए।
रामचंद्र दांगी, विधायक ब्यावरा