भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों काे लेकर 204 कमजोर सीटों की पहचान की है। इन्हें कैसे जीता जाए इसे लेकर 28-29 दिसंबर को हैदराबाद में रणनीति तय हाेगी।
बिहार में 21-22 दिसंबर को एक अन्य बैठक में राज्य की 40 लोकसभा सीटों की समीक्षा होगी। यहां 40 में 22 सीट सामाजिक और जातीय समीकरण के लिहाज से कमजोर श्रेणी की मानी जा रही हैं। इसके अलावा दक्षिण के राज्यों से 84 सीट कमजोर मानी गई हैं।
4 कैटेगरी में बांटी गई हैं सीटें
सीटों की 4 श्रेणियां हैं- सर्वोत्तम, अच्छा, सुधार योग्य और अत्यंत खराब। डी श्रेणी की सीट वह है, जहां भाजपा की जीत की संभावना बहुत कम है, लेकिन इन सीटों पर नंबर दो की स्थिति बन सकती है।
जातीय समीकरण और PM से वर्चुअली संवाद
पार्टी कमजोर सीटों का जातीय और सामाजिक समीकरण तैयार कर रही है। इन क्षेत्रों में जो भी प्रभावी व्यक्ति होगा उसे PM मोदी और BJP अध्यक्ष के साथ भाजपा के बैनर-पोस्टर पर जगह दी जाएगी। ऐसे लोगों का ग्रुप बना कर प्रधानमंत्री से सीधा ऑनलाइन संवाद कराया जाएगा।
2024 लोकसभा चुनाव तक हर राज्य-जिले में खुद का ऑफिस बनाएगी पार्टी
दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी BJP अब देशभर के हर हिस्से में अपनी जमीन बनाने में जुट गई है। BJP अब देश के तमाम राज्यों, केंद्र-शासित प्रदेशों और उनके हर जिले में अपने खुद के ऑफिस बनाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए BJP ने आठ लोगों की एक राष्ट्रीय स्तर की कमेटी बनाई है। इस कमेटी को 2024 लोकसभा चुनाव से पहले देश के हर राज्य और उनके हर जिले के लिए जमीन की रजिस्ट्री कराने का जिम्मा दे दिया है। यह तय किया गया है कि देशभर में BJP के जो भी ऑफिस बनेंगे उनकी रजिस्ट्री BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर होगी।