209 गांजे के पौधे, 183 किग्रा गांजा, चार किग्रा सूखा गांजा जब्त

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प्रदेश के खंडवा जिले की पुलिस द्वारा गांजे के अवैध खेती का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 209 गांजे के पौधे जब्त किए। 183 किलो गांजा, चार किलो 800 ग्राम सूखा हुआ गांजा जब्त किया। किसान को गिरफ्तार किया गया। नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान में खंडवा जिले की जावर पुलिस ने सोमवार को गांजे को लेकर बड़ी कार्रवाई की। ग्राम चिचली बड़खालिया में कपास और तुअर की फसल के बीच की जा रही गांजे की खेती का पर्दाफाश किया। खंडवा जिले की जावर पुलिस ने कपास और तुअर की फसल के बीच गांजे की खेती करने वाले पर कार्रवाई की। खेत से गांजे के 209 पौधे जब्त किए। जावर थाना क्षेत्र के ग्राम चिचली के बड़खालिया फालिया में अवैध रूप से कालू पुत्र अजय द्वारा गांजे की खेती की जा रही थी। उसने अपने खेत में कपास और तुअर की फसल लगा रखी है। इन दोनों फसलों के बीच आरोपित द्वारा गांजे के पौधे लगा रखे थे। करीब तीन फीट तक गांजे पौधे बढ़ गए थे। वह गांजे के पौधे उखाड़कर ले जाता, इससे पहले जावर थाना प्रभारी शिवराम जाट को गांजे की खेती किए जाने की सूचना मिल गई। इस बारे में उन्होंने पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह को बताया। इसके बाद उनके निर्देश पर टीआइ जाट ने अपनी टीम के साथ मिलकर कालू के खेत पर दबिश दी। सशस्त्र पुलिसकर्मियों को साथ लेकर वे पूरी तैयारी से कालू के खेत पहुंचे। यहां कपास और तुअर के बीच लगे गांजे की फसल देखकर पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए। गांजे के एक पौधे की ऊंचाई करीब तीन फीट तक थी। गांजे लगे खेत की घेराबंदी करने के बाद कार्रवाई शुरू की गई। पुलिसकर्मी एक-एक पौधों को उखाड़कर एक तरफ रखते गए। इस दौरान कुछ ग्रामीण युवकों ने भी पौधे उखाड़कर रखने में पुलिस की मदद की। इस तरह से करीब एक घंटे में पुलिस ने खेत में लगे सभी गांजे के पौधे जब्त किए। इस बारे में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का कहना है कि 209 गांजे के पौधे जब्त किए गए है। इसमें 183 किलो गांजा जब्त किया गया। साथ ही चार किलो 800 ग्राम सुखा गांजा जब्त किया गया। आरोपित कालू पर प्रकरण दर्ज किया गया है। जिले में अवैध रूप से गांजे की फसल करने का यह पहला मामला है। करीब 20 से 25 साल पहले जिले में गांजे की फसल लगाई जाती थी। शहर से लगे एक गांव को आज भी गांजा बड़गांव के नाम से पुकारा जाता है। लेकिन शासन द्वारा गांजे की फसल पर पुरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से जिले में इसकी खेती पुरी तरह से बंद हो गई थी। लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से गांजी की खेती की जाने लगी है। यह बात चिचली बड़खालिया में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से उजागर हुई है। पुलिस अब इस मामले के बाद और अधिक पड़ताल करे तो इस अवैध खेती के मामले सामने आ सकते हैं

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