25.3 किलो गांजे के साथ 11 तस्कर गिरफ्तार, भंडारा से जिले में कर रहे थे सप्लाई

0

जिले में मादक पदार्थ गांजा की तस्करी और खरीद-फरोक में लिप्त अंतर्राज्जीय गांजा तस्कर गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने मामले से जुड़े कई अहम खुलासे भी किए हैं। पुलिस कंट्रोल रूम में शनिवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने जानकारी देते हुए बताया कि बालाघाट में गांजे की सप्लाई महाराश्ट्र के भंडारा जिले से हो रही थी। आरोपी चार पहिया वाहन की टेल लाइट निकलकर उसके अंदर गांजा छिपाकर तस्करी कर रहे थे। इस गिरोह में शामिल 11 आरोपियों को 25 किलो 300 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया है। एनडीपीएस एक्ट के दो अलग-अलग प्रकरणों में ग्रामीण थाना तथा परसवाड़ा पुलिस ने ये कार्रवाई की है। थाना ग्रामीण अंतर्गत हुई कार्रवाई में कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, परसवाड़ा पुलिस ने 5 आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। ग्रामीण थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी परसवाड़ा में धराए गए आरोपियों को गांजा बेचने की फिराक में थे, जिन्हें समय रहते पकड़ लिया गया। आरोपियों के पास से 3 लाख 80 हजार रुपए कीमत का कुल 25 किलो 300 ग्राम गांजा जब्त किया गया है। उनके पास से 10 लाख रुपए कीमत की दो फोर व्हीलर कार भी बरामद की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में दो आरोपियों पर पूर्व में भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में एनडीपीएस एक्ट सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। देर शाम आधा दर्जन से अधिक आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेष किया गया। जबकि 3 से 4 आरोपियों को पुलिस ने अग्रिम पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है।
ऐसे पकड़ाए गांजा तस्कर
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि पुलिस को लंबे समय से जिले की सीमावर्ती इलाकों में बड़ी मात्रा में गांजे की तस्करी हो रही है। इस पर विभिन्न टीमों का गठन किया गया और मुखबिर से मिली सूचना पर संबंधित इलाके में दबिश दी गई। शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, रात होने तथा पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस की घेराबंदी देखकर आरोपियों द्वारा मौके से भागने का भी प्रयास किया गया, लेकिन घेराबंदी कर आरोपियों को धरदबोचा गया।
ग्रामीण पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
थाना ग्रामीण पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी मोहित स्व. संतोश चतुर्वेदी उम्र-22 वर्श निवासी ग्राम षेरपार थाना परसवाड़ा, राकेश पिता गुलाई उइके उम्र-61 निवासी नैनपुर जिला मंडला, गिरीश पिता प्रभू वागड़े उम्र-25 निवासी पवनी जिला भंडारा, विपूल पिता विनायक गजभिए उम्र-24 निवासी ग्राम वरठी जिला भंडारा, वेदांक उर्फ मन्नु पिता राजकोमल बिसेन उम्र-22 निवासी परसवाड़ा और मनोज पिता स्व. भरतलाल लिल्हारे उम्र-41 वर्श निवासी डोंगरमाली थाना रामपायली को गिरफ्तार किया गया है। इन छह आरोपियों के पास से 3 लाख 15 हजार रुपए कीमत का 21 किलो गांजा जब्त कर एक स्वीफ्ट डिजायर कीमत 7 लाख रुपए बरामद की गई है।
परसवाड़ा पुलिस के हत्थे ये आरोपी चढ़े
एक अन्य कार्रवाई में परसवाड़ा पुलिस ने प्रमोद पिता कमलप्रसाद चतुर्वेदी उम्र-55 वर्श निवासी शेरपार ग्राम परसवाड़ा, योगित पिता भूमेश्वर बोपचे उम्र-22 निवासी शेरपार, प्रकाष उर्फ कुंजीलाल बघेल पिता स्व. शिवलाल बघेल उम्र-40, संजय पिता दुलीचंद पटेल उम्र-42 उम्र निवासी केवलारी और गोवर्धन पिता भीकमलाल पटेल उम्र-71 वर्श निवासी अंजनिया जिला मंडला को गिरफ्तार कर उनके पास से 4 किलो 300 ग्राम गांजा तथा स्वीफ्ट डिजायर वाहन कीमत करीब 3 लाख रुपए जब्त की गई है।
आरोपियों में डोंगरमाली सरपंच भी
गिरफ्तार आरोपियों में डोंगरमाली का सरपंच मनोज लिल्हारे भी षामिल है, जो गांजा तस्करी में लिप्त था। जिस वाहन में 21 किलो गांजा बरामद हुआ है, उसमें सरपंच मनोज लिल्हारे भी बैठा था। गौरतलब है कि दो महीने पूर्व सरपंच मनोज लिल्हारे का नाम डोंगरमाली स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सक से मारपीट तथा बदसलूकी के मामले में सामने आया था। सरपंच के खिलाफ चिकित्सकों व स्वास्थ्य अमले के कर्मचारियों ने कलेक्टर तथा पुलिस से शिकायत भी की थी। पुलिस जानकारी के अनुसार, सरपंच मनोज लिल्हारे पर थाना रामपायली, रायपुर (छग) के आमानाक थाने में एनडीपीएस एक्ट सहित विभिन्न मामलों में आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य आरोपी गिरीश वागड़े के खिलाफ भी वारासिवनी थाने में अलग-अलग धाराओं में मामले पंजीबद्ध है।
इनका रहा अहम योगदान
जिले में बड़ी मात्रा में हो रही गांजा तस्करी के पर्दाफाश करने में ग्रामीण थाना प्रभारी प्रकाश वासकले, एसआई वीरेंद्र सिंह धाकड़, एएसआई विनोद ठाकुर, प्रआर कृश्णकुमार पटले, आर अरविंद गुर्जर, हेमंत बिसेन, मुनेश्वर भगत, पंकज बघेल, रविशंकर गोरीया, थाना परसवाड़ा प्रभारी जितेंद्र सिंह बघेल, एसआई पकंज शाक्य, ओमप्रकाश बोपचे, सुरेंद्र पंद्रे सहित अन्य पुलिसकर्मियों का अहम योगदान रहा।
क्रिकेट सट्टा पर आगे भी होगी कार्रवाईः एसपी
पत्रकारवार्ता में चर्चा के दौरान पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि जिले में क्रिकेट सट्टा से जुड़े प्रकरणों में जैसे-जैसे साक्ष्य सामने आएंगे उस आधार पर वैद्यानिक कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ता इंद्रजीत भोज उर्फ टिंगा के बस स्टैंड स्थित कार्यालय व दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई पर एसपी ने कहा कि पूर्व में इंद्रजीत भोज और नितिन भोज के खिलाफ आईपीएल क्रिकेट सटटा मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद संपत्ति का विवरण लेने के बाद जो संपत्ति अतिक्रमण की जद में पाई गई उस पर शनिवार को राजस्व और नगर पालिका अमले ने कार्रवाई की है। आगामी दिनों में भी जांच में अगर नियम विरुद्ध निर्माण या अतिक्रमण कर भवन निर्माण किया गया होगा तो उस पर भी लीगल एक्शन लिया जाएगा। एसपी ने आगे कहा जो कोई भी आरोपी पुलिस कार्रवाई से बचने या फरार रहने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ लीगल कार्रवाई जारी रहेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here