नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल और राज्यसभा सांसद के रूप में लंबे समय तक संसद में कई महत्वपूर्ण भाषण दिए। ये भाषण सामाजिक-राजनीतिक, आर्थिक और नीतिगत मुद्दों पर केंद्रित थे। आज हम मनमोहन सिंह के कुछ खास भाषणों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आज भी याद किया जाता है। इसमें 2008 में मुंबई आतंकी हमले, 2016 के नोटबंदी और 2019 में राज्यसभा में दिया गया भाषण शामिल हैं। उन्होंने इन भाषणों में सरकार की नीतियों की आलोचना की थी।
11 दिसंबर 2008: मुंबई हमले पर दिया भाषण
26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 11 दिसंबर 2008 को संसद में भाषण दिया। उन्होंने देश के लोगों से माफी मांगी कि इन हमलों को रोका नहीं जा सका। उन्होंने इस हमले के सुनियोजित और भयावह बताया, जिसका उद्देश्य भारत की छवि को नुकसान पहुंचाना था। उन्होंने संसद में कहा था, ‘मैं पूरे देश से माफी मांगता हूं क्योंकि हम इस तरह की घटना को रोकने में असफल रहे।’
मनमोहन सिंह ने कहा कि देश की सुरक्षा व्यवस्था को इस तरह के हमलों से बचाने के लिए दुरुस्त करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन करने, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्डों का विकेंद्रीकरण करने, समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और वायु सेना के जरिए चौकसी को बढ़ाने का फैसला किया है।