31 दिसंबर तक बसों का नहीं होगा संचालन

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बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। चालक परिचालक महासंघ और बस ऑनर्स एसोसिएशन के बीच आम सहमति बनाए जाने को लेकर सोमवार को कलेक्टर दीपक आर्य के द्वारा कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में बैठक का आयोजन किया गया जहां पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई लेकिन बसों के संचालन को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई हालांकि ड्राइवर कंडक्टर को इस विषम परिस्थिति में खाद्य सामग्री प्रशासनिक तौर पर दिए जाने का फैसला लिया गया वहीं चालक परिचालक महासंघ ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को बरकरार रखने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि अखिल भारतीय चालक परिचालक महासंघ के आह्वान पर जिले के तमाम ड्राइवर और कंडक्टर करीब 1 महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं जिनके द्वारा बस मालिकों से लॉकडाउन के 6 महीनों का वेतन की मांग की गई है इसके अलावा भी उनकी कई मांगे हैं जिसको लेकर बसों का संचालन को लेकर चालक परिचालक अपनी सेवाएं देने को तैयार नहीं है।
नए साल में ही बसों के पूरी तरह चालू होने के बन रहे आसार
कोरोना संक्रमण को देखते हुए बस ऑनर्स एसोसिएशन के द्वारा 31 दिसंबर तक बसों के संचालन ना किए जाने का फैसला लिया गया है और इस निर्णय से जिला प्रशासन को भी बैठक के माध्यम से अवगत करा दिया गया है वही उनका स्पष्ट तौर पर कहना है कि यदि कोरोना संक्रमण को लेकर वैक्सीन की व्यवस्था होती है तो वह 2021 में बैठक के माध्यम से यह विचार करेंगे कि बसों का संचालन पूर्ण रूप से करना है अथवा नहीं हालांकि। वर्तमान हालात को देखते हुए वह बसों के पूर्ण रूप से संचालन को लेकर सहमत नहीं है वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय चालक परिचालक महासंघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे ड्राइवर और कंडक्टर के द्वारा भी यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है वह भी बसों के संचालन में अपना सहयोग प्रदान नहीं करेंगे उल्लेखनीय है कि वर्तमान परिस्थिति में कुछ बस संचालकों के द्वारा बस सेवा आरंभ की गई है लेकिन वह भी वर्तमान में आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं जहां एक और बसों के लिए पर्याप्त सवारी नहीं मिल पा रही है वहीं दूसरी और उन्हें बसों के संचालन में काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ड्राइवर कंडक्टर को प्रशासनिक मदद के तहत उपलब्ध होगी खाद्यान्न सामग्री
कलेक्टर दीपक आर्य के द्वारा आज बस ओनर्स एसोसिएशन और अखिल भारतीय चालक परिचालक संघ दोनों पक्षों को बुलाकर बैठक में रखी इस बैठक में तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन बसों के संचालन को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई वहीं कलेक्टर दीपक आर्य के द्वारा वर्तमान में आर्थिक समस्या से जूझ रहे चालक परिचालकों को खाद्यान्न पर्ची के माध्यम से राशन उपलब्ध कराए जाने के निर्देश जारी किए गए वही इस बैठक के दौरान बस ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन को भरोसा दिलाया कि यदि उनके ड्राइवर या कंडक्टर को किसी प्रकार की मुसीबत आती है तो वह उनका आर्थिक सहयोग करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे लेकिन वर्तमान में उनकी हालत दयनीय है जिसके कारण वह ड्राइवर और कंडक्टर की सभी मांगों को पूरा नहीं कर सकते।
31 दिसंबर तक बसों का नहीं करेंगे संचालक- मुकेश चौहान
बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश चौहान ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए बसों का पूर्ण रूप से संचालन किया जाना असंभव है 31 दिसंबर तक बसों का संचालन नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि यदि वैक्सीन तैयार होती है तो उसके बाद ही बसों का विधिवत तरीके से संचालन के विषय में सोचा जाएगा वहीं उन्होंने ड्राइवर कंडक्टर की समस्याओं को लेकर कहा कि ड्राइवर कंडक्टर हमारे रीड की हड्डी है उनकी हर जायज मांग का हम समर्थन करते हैं जबसे कोरोना संक्रमण बड़ा है तब से ही बस ऑनर्स के द्वारा अपने स्तर पर चालक परिचालकों की मदद की जा रही है वही बसों के संचालन को लेकर हुए समझौते के तहत हे आगे की रणनीति तय की जाएगी क्योंकि करीब 90 प्रतिशत छोटे बस मालिक हैं जो वर्तमान में काफी दयनीय स्थिति से गुजर रहे हैं बड़ी कंपनियों ने जो राहत देना था वह दिया है हम चालक परिचालकों के साथ हैं और प्रशासन के द्वारा जो मदद दी जा रही है वह उनके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि हमारी थाली में भोजन है तो हमारा कर्मचारी भूखा नहीं रहेगा यह हम उन्हें भरोसा दिलाते हैं
मांगे पूरी होने पर ही खत्म होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल- जिलाध्यक्ष
इस संदर्भ में अखिल भारतीय चालक परिचालक महासंघ के जिला अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा कि बैठक के दौरान कलेक्टर दीपक आर्य ने ड्राइवर और कंडक्टर को इस विषम परिस्थिति में खाद्यान्न उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है जिससे चालक परिचालकों को काफी राहत पहुंचेगी उन्होंने कहा कि हमारी मांगों पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है इसलिए हमारी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी हमारी प्रमुख मांग है कि लॉक डाउन की अवधि का हमें वेतन प्रदान किया जाए दूसरे जिलों में इस प्रकार की स्थिति बनी है जिसकी जानकारी जुटाकर हम जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि आज तक बस संचालकों के द्वारा किसी भी चालक या परिचालक की मदद नहीं की गई यदि कोई चालक परिचालक बस मालिकों के पास ?1000 मांगने पहुंच जाए तो उसे यह भी मदद नसीब नहीं होगी और मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि बस संचालक ड्राइवर और कंडक्टर के भविष्य में भी मदद नहीं करेंगे
समस्याओं के निराकरण के लिए दोनों पक्षों को बुलाया गया- एसडीएम
पद्मेश न्यूज़ चर्चा के दौरान एसडीएम के सी बोपचे कहा कि वर्तमान में जिले में बसों का संचालन बहुत कम मात्रा में हो रहा है लॉक डाउन के दौरान चालक और परिचालकों ने अपनी मांगों को ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन के समक्ष रखा था इसी परिपेक्ष में दोनों पक्षों को आज बुलाया गया था जिसमें श्रम अधिकारी खाद्य अधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी शामिल हुए थे चालक परिचालकों को उनकी पात्रता के अनुसार जानकारी पूर्ण करके जनपद और नगरपालिका के माध्यम से सत्यापन कराकर राशन की पात्रता पर्ची जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बस मालिकों की स्थिति काफी खराब है वहीं चालक परिचालक भी खाली बैठे हैं यदि उनके सामने परेशानी आती है तो बस मालिक उनको हर संभव मदद करेंगे और उनकी जो आने मांगे हैं वह तभी पूर्ण हो सकती है जब पूर्ण क्षमता के साथ बसों का परिचालन आरंभ होगा। बस मालिकों की भी अपनी समस्या है जो बसें चल रही है वह भी वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए घाटे का सौदा जिला प्रशासन उन्हें दबाव देकर बसों के संचालन को आरंभ करने के लिए नहीं कह सकता।

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