नगर के लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को 24 घंटे स्वच्छ पेयजल प्रदान करने की बहुप्रतीक्षित जल आवर्धन योजना, लगभग 7 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं हो पाई है। जहां योजना फेल होने की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा ने इसकी जांच के आदेश जारी किए थे।
जहां नगरपालिका टीम को मौके स्थल का निरीक्षण कर जल आवर्धन योजना के कार्यों की जांच करने को कहा गया था।कलेक्टर से मिले इस आदेश पर नगर पालिका टीम द्वारा योजना के तहत किए गए कार्यों की जांच 25 फरवरी से शुरू की थी।जहाँ इस योजना की जांच 10 दिनों के भीतर पूरी कर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था।
लेकिन इस जाँच को 16 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सम्बधित कर्मचारियों द्वारा जांच पूरी नही की गई है। बताया जा रहा है कि जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि अब तक जल आवर्धन योजना के तहत कितना काम डीपीआर के तहत किया गया है और कितना कार्य अभी बाकी है।










































