पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के करीब 20 से 25 मजदूरों से 4 माह तक ईट भट्टे में काम कराकर, उन्हें बिना मजदूरी दिए मारपीट कर भगाने का एक मामला सामने आया है । जहां छत्तीसगढ़ के मजदूरों ने इस पूरे मामले की शिकायत श्रम अधिकारी से कर उन्हें मजदूरी दिलाने और मामले में इंसाफ दिए जाने की मांग की है। मजदूरों का आरोप है कि गढ़ी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम चिचोरा के चारटोला में वे पिछले 4 माह से बंटू तिवारी नामक एक ठेकेदार के यहां ईट भट्टे पर, ईट बनाने का काम करते थे। जहां ठेकेदार द्वारा सप्ताह की सप्ताह सिर्फ खर्चा पानी के लिए पैसे दिए जाते थे। जबकि 4 माह की मजदूरी अब भी उक्त ठेकेदार के पास जमा है। आरोप है कि मजदूरों ने जब ठेकेदार से 4 माह की मजदूरी दिए जाने की मांग की, तो ठेकेदार भड़क उठा जिसने उन्हें गाली गलौज कर मारपीट किया और बिना मजदूरी दिए ही भगा दिया। जहां घर वापस जाने के लिए किराया ना होने और बच्चों को खाना खिलाने तक के कोई इंतजाम ना होने के चलते, मजदूर जैसे तैसे कलेक्टर कार्यालय स्थित श्रम अधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने श्रम अधिकारी को पूरी बात बताते हुए ढाई लाख के करीब उनकी मजदूरी का भुगतान ठेकेदार से दिलाए जाने की मांग की है ।
मजबूर मजदूरों की पत्रकारों ने की मदद, ठहरने ,व भोजन के किए इंतजाम
बताया जा रहा है कि श्रम अधिकारी से शिकायत करने पर मामले का संज्ञान लेते हुए, अधिकारी ने सभी मजदूरों को तीन से चार दिन बालाघाट में ठहरने की बात कहते हुए उनकी मजदूरी का उस ठेकेदार से भुगतान कराने की भरोसा दिलाया है। लेकिन मजदूरों के पास वापस छत्तीसगढ़ जाने का किराया तो दूर की बात उनके पास खाने-पीने और उनके ठहरने तक के इंतजाम नहीं थे । जब यह बात मजदूरों ने स्थानीय पत्रकारों को बताई तो पत्रकारों ने सभी मजदूरों के ठहरने और उनके खाने-पीने का इंतजाम कराया है।वही स्वयं श्रम अधिकारी से मिलकर इस पूरे मामले का जल्द निपटारा कराए जाने का मजदूरों को भरोसा दिलाया है।










































