ऑनलाइन पेटीएम ऐप से मोबाइल रीचार्ज करना एक छात्र को महंगा साबित हुआ। दरअसल छात्र ने पेटीएम से मोबाइल पर 498 रुपए का रीचार्ज किया था। उसके खाते से रुपये तो कट गए, लेकिन मोबाइल रीचार्ज नहीं हुआ। उसने गूगल के सर्च इंजन से पेटीएम के कस्टमर केयर का नंबर खंगाला। जहां मिले नंबर पर एक जालसाज ने उससे बात की और एक लिंक भेजकर उसके खाते से साढ़े नौ हजार रुपए और उड़ा लिए। शिकायत के आधार पर टीटी नगर थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक रितिक सेन पुत्र मनोज सेन (21) माता मंदिर के पास टीटी नगर में रहता है। वह कॉलेज में पढ़ता है। रितिक ने एक जनवरी को पेटीएम से 498 रुपए का मोबाइल रीचार्ज किया था। तकनीकी गड़बड़ी के कारण पेटीएम से रुपए तो कट गए, लेकिन मोबाइल रीचार्ज नहीं हुआ। कुछ समय तक जब पैसे वापस नहीं आए तो रितिक ने गूगल सर्च पर जाकर पेटीएम कस्टमर केयर का नंबर खंगाला। वहां मिले एक नंबर पर उसने संपर्क किया। सामने वाले व्यक्ति ने उसने अपने आपको पेटीएम का प्रतिनिधि बताया और उसे एक लिंक भेजी। लिंक पर क्लिक करते ही रितिक सेन के खाते से 9603 रुपए कट गए।
फर्जी दस्तावेज लगाकर गाड़ी फायनेंस कराई
उधर, गौतम नगर थाना इलाके में रहने वाले अभिषेक जैन का आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज उपयोग कर किसी ने ठगी की वारदात को अंजाम दे दिया। जालसाजों ने अभिषेक के दस्तावेज में अपना फोटो लगाकर एक गाड़ी फायनेंस करा ली। जब गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कार्ड अभिषेक के घर पहुंचा तो ठगी का खुलासा हुआ। इसके बाद निजी काम करने वाला अभिषेक सांई मोटर्स पहुंचा। वहां जाकर पता लगा कि उसका आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेजों पर गाड़ी फायनेंस कराई गई है। वारदात लगभग दो साल पुरानी है। अभिषेक के आधार कार्ड पर किसी और का फोटो लगा था। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।