अमेरिका के कस्टम डिपार्टमेंट ने लगभग 3.60 लाख से भी ज्यादा फेक हेडफोन्स जब्त किए हैं, इसमें एयर पॉड्स प्रो भी शामिल है। ये आकड़ा अक्टूबर 2020 से अब तक का है।
दो महीने पहले भी फेक एयर पॉड्स को अमेरिका के कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) विभाग ने पकड़ लिया था। इसे अमेरिका के सिनसिनाटी क्षेत्र में पकड़ा गया। ये चीन से तीन बड़ी शिपमेंट्स के साथ आ रहे थे। इन तीनों शिपमेंट्स में फेक एपल एयरपॉड पैक थे, जिनकी कीमत 7.16 मिलियन यूएस डॉलर(लगभग 53 करोड़ रुपये) के करीब बताई गई थी।
9 महीने में बड़ी तादाद में मिले प्रोडक्ट्स
हालांकि इसमें एपल के प्रोडक्ट कितने थे इस बात की जानकारी नहीं दी गई है। फिर भी यह दावा किया जा रहा है कि एयर पॉड्स प्रो महंगे होने के कारण जालसाज इन्हें चुरा लेते हैं। US की कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन का कहना है कि पिछले 9 महीने में (62.2 मिलियन डॉलर) लगभग 464 करोड़ रुपए के 3 लाख 60 हजार फेक वायरलेस हेडफोन जब्त किया गया है।
फेक प्रोडक्ट को रोकने के लिए बनाई गई टीम
एपल के प्रवक्ता द इंफॉर्मेशन के हवाले से कहा गया है कि फेक प्रोडक्ट घटिया होते हैं। जो कि खतरनाक हो सकते हैं। प्रवक्ता ने कहा कि एपल के पास दुनिया भर की टीमें हैं जो लॉ इन्फोर्समेंट, सीमा शुल्क, मर्चेंट, सोशल मीडिया कंपनियों और ई-कॉमर्स साइटों के साथ काम कर रही हैं।
साल 2019 में 30 लाख रुपए के फेक प्रोडक्ट्स मिले
अक्टूबर 2020 से एयर पॉड्स की चोरी के आंकड़ों पर गौर करें तो यह अब 3 लाख 60 हजार तक पहुंच गया है। साल 2020 में एजेंसी ने लगभग (61.7 मिलियन डॉलर) 460 करोड़ रुपए के कीमत वाले 295,000 फेक एयर पॉड्स जब्त किए गए हैं। वहीं साल 2019 में, अमेरिका के कस्टम विभाग ने 3.3 मिलियन डॉलर लगभग 30 लाख रुपए तक के वायरलेस हेडफोन को जब्त किया गया था।
इससे पहले, यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ने 2016 में अनुमान लगाया था कि बनाए गए कुल प्रोडक्ट्स, जब्त किए गए फेक प्रोडक्ट्स का सिर्फ 2.5% ही है।