67 वा धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस का हुआ आयोजन

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नगर के एफसीआई गोदाम मैदान में गुरुवार को फुले आंबेडकर जयंती समारोह समिति के द्वारा 16 अक्टूबर को धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम कोसमी बालाघाट पूज्य भदंत धम्मा शिखर पूज्य भदंत नागवंशी वह समाज के अन्य प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया। जिसमें सर्वप्रथम सुबह 9:00 बजे बाबासाहेब के डीजे पर बजते गीतों के साथ बाइक रैली निकाली गई जो बुध्द विहार दर्शन करते हुए नगर के विभिन्न चौक चौराहों का और गलियों का भ्रमण कर वापस कार्यक्रम स्थल पहुंची। जिसके बाद दोपहर 2 बजे बौद्ध उपासक उपसिकाओ ने एफसीआई मैदान से रैली निकालकर नगर के विभिन्न चौक चौराहों का भ्रमण करते हुए अंाबेडकर चौक पहुंचे। जहां पर डॉ बी आर आंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात त्रिशरण पंचशील का पाठ कर सामूहिक वंदना की गई जिसके बाद रैली  वापस मैदान पहुंची। जहां रैली का समापन कर मंचीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित अतिथियों के द्वारा समाज को दशा और दिशा बदलने के लिए प्रेरित कर किस प्रकार से समाज में जागरूकता लाने और लोग ज्यादा से ज्यादा शिक्षित होकर अपने अधिकारों को प्राप्त कर सके इस पर विशेष जोर देते हुए संबोधित करते हुए कहा गया कि वर्तमान में समाज कि कुछ ही लोग हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाए हैं और कई ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने कभी स्कूल नहीं देखा है और यदि हम उन्हें शिक्षित नहीं बनाते हैं तो यह हमारी लापरवाही होगी। क्योंकि हम उन्हें शिक्षित ना बना कर उनके भविष्य को अंधकार में डाल रहे हैं इसलिए सभी अपने बच्चों को प्राथमिक माध्यमिक और उच्च शिक्षा दिलवाए और यदि आपके पड़ोस में कोई बालक रहता है तो उसे भी प्रेरित करें कि वह शिक्षित बने यदि वह शिक्षा अध्ययन करने में समर्थ नहीं है तो आप उसका सहयोग करें वर्तमान में शिक्षा ही सब कुछ है। वही समाज के जितने महापुरुष हुए हैं उन सभी के संदेश को समाज के प्रत्येक वर्ग तक ले कर जाए जिससे कि वह भी महापुरुषों के दी गई शिक्षा को ग्रहण कर सके। यह जो धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाया जाता है इस दिन महामानव डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा अपने अनेक समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली गई थी इसलिए इसे मना कर उस महामानव को याद किया जाता है। जिसने पूरे देश को एक प्रकाश संविधान के रूप में दिया है। इस अवसर पर फुले अंबेडकर जयंती समारोह समिति वारासिवनी के पदाधिकारी सदस्य सहित अन्य बौद्ध उपासक उपासिका मौजूद रहे। पदमेश से चर्चा में फुले अंबेडकर जयंती समारोह समिति अध्यक्ष कमल बोरकर ने बताया कि 14 अक्टूबर की जगह 16 अक्टूबर को धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाया गया। जिसमें सुबह बाइक रैली निकालकर नगर के चौक चौराहों का भ्रमण किया। ततपश्चात पैदल रैली निकाली गई जो आंबेडकर चौक पहुंचे जहां पर डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व सामूहिक वंदना कर याद किया गया। जिसके बाद यह रैली वापस एफसीआई ग्राउंड पहुंची जहां पर मंचीय कार्यक्रम किया गया। श्री बोरकर ने बताया कि 14 अक्टूबर को नागपुर की दीक्षाभूमि में बाबा साहेब आम्बेडकर ने लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। जिसकी याद में धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस अवसर पर समाज के लोगों को संदेश है कि वह महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलकर समाज के लिए कार्य करें और शिक्षित बने।

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