अंबाह से जिला अस्पताल मुरैना लाए गए 2 साल के बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्चे के शव को घर ले जाने के लिए पिता को अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिली। पिता 2 साल की बच्चे का शव उसके बड़े भाई जो 8 साल का था। उसकी गोद में बैठाकर वाहन की व्यवस्था करने बाहर गया। कई घंटों के प्रयास के बाद पिता को वाहन नहीं मिला। 8 साल का बच्चा अपने छोटे भाई के शव को गोदी में रखकर बैठा रहा।
थाना प्रभारी सिटी कोतवाली योगेंद्र सिंह की नजर उस बच्चे पर पड़ी। उन्होंने एंबुलेंस की व्यवस्था कराई। बच्चे के पिता के पास 1500 रुपए नहीं थे। एंबुलेंस वाले 1500 से कम में जाने के लिए तैयार नहीं थे। बच्चा गुमसुम बैठा हुआ था।उसके पास एक पर्ची थी, जिसमें पिता का फोन नंबर लिखा हुआ था। थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने मोबाइल पर फोन करके पिता को बुलवाया,और उन्हें शव के साथ घर के लिए रवाना किया।