भारी कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयरों ने आज लगातार आठवें दिन अपर सर्किट लग गया। बीएसई पर यह एक बार फिर 5% के अपर सर्किट के साथ 46.36 रुपये पर पहुंच गया। यह इसका 52-सप्ताह का उच्च स्तर है। पिछले 8 लगातार कारोबारी सत्रों में इसकी कीमत में 46.6% की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 18,622.68नकरोड़ रुपये पहुंच गया है। हाल ही में यह तेजी कंपनी के बोर्ड ने तरजीही आवंटन के माध्यम से 1,525 करोड़ रुपये मूल्य के 46.2 करोड़ इक्विटी शेयर या वारंट जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
रिलायंस पावर की प्रमोटर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर अपनी इक्विटी हिस्सेदारी में 600 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि करेगा। इस तरजीही इश्यू में भाग लेने वाले अन्य निवेशकों में ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और सनातन फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि वह तरजीही इश्यू से जुटाई गई धनराशि का उपयोग अपने बिजनस ऑपरेशन का विस्तार करने के लिए करना चाहती है। इसका एक हिस्सा कर्ज कम करने और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट कामों के लिए किया जाएगा।
मल्टीबैगर रिटर्न
कभी रिटेल निवेशकों की पसंदीदा कंपनी रही रिलायंस पावर ने हाल में सीएफएम एसेट रिकंस्ट्रक्शन का 3,872.04 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने की घोषणा की थी। रिलायंस पावर की गारंटी को जारी करने और उसे चुकाने के बदले में वीआईपीएल के 100% शेयर सीएफएम को गिरवी रखे गए हैं। इससे पहले कंपनी के शेयरों में उस समय गिरावट देखी गई थी जब बाजार नियामक सेबी ने रिलायंस होम फाइनेंस से फंड की हेराफेरी के मामले में अनिल अंबानी को पांच साल के लिए प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था। रिलायंस पावर के शेयर ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में इसमें 141.6% तेजी आई है जबकि इस साल यह 93.6% चढ़ चुका है।












































