नगर में गर्मी का मौसम आते ही पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। वर्तमान समय में नगर के कई वार्ड पानी की समस्या से जूझते दिख रहे है। जिसका प्रमुख कारण नहर और शंकर तालाब में कार्य का चालू होना तो वही नहर नहीं आने से शंकर तालाब को नहीं भरना बताया जा रहा है। जबकि प्रतिवर्ष नगर पालिका १५ से २० अप्रैल के बीच टूढ़ी नहर को प्रारंभ करवाकर नहर के पानी से नगर पालिका के अधीन इस तालाब को भरवाती है। मगर इस बार नगर पालिका इस और कोई ध्यान नही दे रही है ऐसा प्रतीत होता है। नहर के पानी से जहां जल स्त्रोत है वे रिचार्ज हो जाते है। जिससे नगर के कुऐ, हेडपंप व बोर में पानी पर्याप्त मात्रा में आम जनता को प्राप्त होता है। इस बार यह देखा जा रहा कि सूखते शंकर तालाब में किसी प्रकार से नहर का पानी नही आने से तालाब पूरी तरह से सूखने की कगार पर है।
नगर का एकमात्र वाटर रिचार्ज है तालाब
नगर के मध्य में स्थित शंकर तालाब पूरे नगरी क्षेत्र का एकमात्र वाटर रिचार्ज माना जाता है जहां यदि अच्छा पानी भरा हुआ है तो नगरीय क्षेत्र में जल संकट नहीं होगा परंतु वह वाटर रिचार्ज अब डिस्चार्ज होता दिख रहा है ऐसे में स्वयं के जल स्रोत पर निर्भर लोगों पर जल संकट बनने लगा है और कई स्थानों पर जल स्तर बहुत नीचे पहुंच गया है वैसे भी गर्मी के मौसम में जल स्तर में कमी होना सामान्य घटना होती है पर तालाब के सूखने के कारण सामान्य से ज्यादा जलस्तर घट गया है ऐसे में हर कोई चिंतित नजर आ रहा है जिनके द्वारा नगर पालिका से जल स्रोत को भरने की मांग की जा रही है गैर तलब है कि शंकर तालाब पर भी आमा तालाब निर्भर है यह संरचना बुजुर्गों के द्वारा निर्मित की गई थी की आमा तालाब को किसी जल स्रोत से भरा नहीं जाता है शंकर तालाब का ही पानी आ तालाब को भरता है ऐसे में उसका भी जलस्तर घटने लगा है।
पूर्व पार्षद तुलसी व्यास ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि वर्तमान समय में भले ही दिन में गर्मी पड़ रही है वही रात्री में बूंदाबांदी होन से वामावरण में ठंडक बनी हुई है। किंतु नगर का सबसे पुराना पानी स्त्रोत शंकर तालाब अब पूरा सूखने जा रहा है। जिसकी वजह से न तो ट्यूबवेल प्रारंभ करने पर पहले की अपेक्षा उतना फोर्स आ रहा है वही हेडपंप का पानी ठीक ढंग से नही मिल पा राह है। कुए भी सूखने की कगार पर है जिससे स्पष्ट है कि नगर का जलस्तर काफी नीचे चले गया है। जबकि नगर पालिका को इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए परंतु वह क्यों नहीं दे रही यह समझ से परे है। जल्द से जल्द व्यवस्था कर तालाब को भरना चाहिए ताकि लोगों को जल संकट से राहत मिल सके।
राहुल गांधी विचार मंच जिला अध्यक्ष जावेद अली ने पद्मेश को बताया कि इस वर्ष शंकर तालाब को नगर पालिका के द्वारा भरा नहीं गया है जिससे नगर के कुएं और हैंडपंप सूखने लगे हैं और नगर में समस्या हो रही है। जबकि हर वर्ष गर्मी में तालाब को भरा जाता था परंतु इस वर्ष क्यों नहीं भरा गया है इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है परंतु लोग केवल परेशान हो रहे हैं। यहां पर काम की बात कही जाती थी जो शायद हो चुका है ऐसा दिख रहा है ऐसे में पानी भरना चाहिए अभी तालाब की जमीन स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही है। यहाँ गढ्ढो में पानी है। यह तालाब 2 वर्ष से पूरा नहीं भरा गया है ऐसे में अभी भीषण गर्मी का दौर चल रहा है तो प्राथमिकता के तौर पर इसे भरना था ताकि नगरी क्षेत्र में जो पानी की किल्लत बनी हुई है उसे लोगों को राहत मिले। जैसे आज शाम को नल नहीं आया अब लोग हैंडपंप और कुएं पर जाएंगे जिन्हें समस्या होगी क्योंकि वहां भी पानी कम मात्रा में निकल रहा है।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि पूर्व में हमारे द्वारा निरीक्षण किया गया था और बारिश का दौर चालू था जिसको देखते हुए तालाब में हमें पानी दिख रहा था परंतु अब सूख गया है तो संबंधित अधिकारी और स्टाफ से चर्चा कर मंगलवार तक शंकर तालाब में पानी भरने की व्यवस्था करवा दी जायेगी।