अभ्यार्थी की मौत के बाद जगा विभाग ?वनरक्षक पैदल चाल परीक्षण किया गया स्थगित

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वनरक्षक/ क्षेत्र रक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत भरे नौतपा में आयोजित की गई पैदल चाल परीक्षण में 25 मई को शिवपुरी के ग्राम मनपुर निवासी 27 वर्षीय अभ्यर्थी सलीम मौर्य की मौत के बाद आखिरकार प्रशासन जाग उठा। जहां भीषण गर्मी के बीच आयोजित की गया यह परीक्षण, अभ्यर्थी की मौत के बाद आगामी समय तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।जिसकी आदेश वन भवन भोपाल द्वारा जारी किए गए हैं।अब यह परीक्षा कब आयोजित की जाएगी फिलहाल इसके कोई निर्देश नहीं मिले हैं जिसकी पुष्टि स्वयं उत्तर सामान्य वन मंडल डीएफओ अभिनव पल्लव द्वारा की गई है।

सलीम मौर्य की मृत्यु के बाद एकाएक रद्द कि गई परीक्षण प्रकिया
आपको बताएं कि वर्ष 2022-23 के समय वनरक्षक/ क्षेत्र रक्षक भर्ती की परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें चयनित हुए अभ्यार्थियों के शारीरिक मापदंड व पैदल चाल परीक्षण का आयोजन भीषण गर्मी और भरे नौतपा के बीच 25 से 27 मई तक किया जाना था।जहां इस परीक्षण के लिए सम्पूर्ण मप्र से 438 अभ्यर्थी परीक्षा देने रेंजर कॉलेज बालाघाट पहुंचे थे। वहीं नौतपा के पहले दिन 25 मई को 108 अभ्यर्थियों का गर्रा से वारासिवनी के वारा तक पैदल चाल परीक्षण कराया जा रहा था।इस परीक्षण में 108 में से 104 अभ्यार्थी पास हुए थे जबकि एक अभ्यार्थी का स्वास्थ्य खराब होने के चलते 04 अभ्यार्थी परीक्षण में सफल नहीं हो सके। आपको बताएं कि इस प्रशिक्षण में शिवपुरी जिले के ग्राम मनपुर निवासी 27 वर्षीय सलीम पिता रमेश मौर्य भी शामिल थे जो गर्रा पाइट से वारा तक पैदल चाल पूरी कर चुके थे। वहीं वारा से वापस आते समय अचानक से वह सड़क पर गिर गए और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। जिसकी जानकारी भोपाल पहुंचने पर वन भवन भोपाल से पैदल चाल परीक्षण को आगामी आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं अब यहां परीक्षण कब होगा फिलहाल इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

दूसरे दिन भी परीक्षण के लिए पहुंच चुके थे अभ्यार्थी
बताया यहां भी जा रहा है कि पैदल चाल परीक्षण स्थगन के आदेश 25 मई की रात को ही आ चुके थे लेकिन इसकी जानकारी अभ्यार्थियों को नहीं दी गई। जिसके चलते 25 मई की तरह 26 मई को भी अभ्यार्थी पैदल चाल परीक्षण के लिए गर्रा पॉइंट पहुंच चुके थे। बाद में उन्हें अधिकारियों द्वारा परीक्षण प्रक्रिया भोपाल से रद्द होने की जानकारी दी गई। इसके बाद सभी अभ्यार्थी मायूस होकर वापस लौट आए जिन्होंने विभाग के प्रति नाराजगी व्यक्ति की। अभ्यार्थियों का आरोप है कि जब आदेश देर रात प्राप्त हो गए थे तो इसकी सूचना रात को ही अभ्यार्थियों को दी जानी थी, लेकिन विभाग द्वारा देर रात तक अभ्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई और जब अभ्यार्थी परीक्षण के लिए गर्रा पॉइंट पहुंच गए उसके बाद उन्हें जानकारी देकर घर वापस भेजा जा रहा है। आपको बताएं कि इस परीक्षण को पास कर नौकरी की चाह में केवल बालाघाट ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के तमाम जिलों के अभ्यार्थी बालाघाट पहुंचे थे। और वे लंबे समय से शारीरिक मापदंड व पैदल चाल परीक्षण का इंतजार कर रहे थे लेकिन एक अभ्यार्थी की मौत के बाद रद्द की गई इस प्रक्रिया से अभ्यार्थियों को पुनः, मायूसी हाथ लगी है।

पैदल चल परीक्षण के लिए करना पड़ेगा लंबा इंतजार
आपको बताएं कि 25 मई से लेकर 27 मई तक 438 अभ्यार्थियों का अभिलेख, शारीरिक मापदंड, और पैदल चाल परीक्षण किया जाना था।जिसमें से उपस्थित सभी अभ्यर्थियों का अभिलेख व शारीरिक मापदंड की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई थी। अब सिर्फ अभ्यार्थियों को पैदल चाल परीक्षण करना था। लेकिन इस प्रक्रिया को स्थगित करने के आदेश वन भवन भोपाल द्वारा जारी कर दिए गए। वही यह परीक्षण कब किया जाएगा इसके कोई आदेश नही नही दिए गए है। जिसके चलते अब इन अभ्यर्थियों को पैदल चाल परीक्षण के लिए लंबे समय तक का इंतजार करना पड़ सकता है।

आदेश के मुताबिक स्थगित किया गया परीक्षण- डीएफओ
इस पूरे मामले को लेकर दुरभाष पर की गई चर्चा के दौरान उत्तर सामान्य वन मंडल डीएफओ अभिनव पल्लव ने बताया कि अभिलेख, शारीरिक मापदंड व पैदल चाल परीक्षण 25 से 27 मई तीन दिनों तक होना था। इसमें पहले दिन 25 मई को 108 में से 104 अभ्यार्थियों ने परीक्षण पूरा कर लिया था। इसी दौरान एक अभ्यार्थी की तबीयत खराब होने से उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद भोपाल से इस परीक्षण को स्थगित करने के आदेश आए हैं। जिसके चलते परीक्षण स्थगित किया गया है।अब अगला परीक्षण कब होगा फिलहाल इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसको लेकर भोपाल से जैसे आदेश आएंगे उसके तहत आगामी कार्यवाही की जाएगी।

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