फटाफट क्रिकेट का सबसे बड़ा धमाल संडे से शुरू होने जा रहा है। सबसे बड़ा इसलिए, क्योंकि इसमें पहली बार 20 टीमें हिस्सा ले रही हैं, दो मेजबान हैं और सुपर पावर अमेरिका की एंट्री होने जा रही है। इस बार कनाडा और युगांडा को भी भागीदारी दी गई है। टी-20 के बेस्ट20 फटाफट क्रिकेट के महासंग्राम के लिए कमर कस चुके हैं। हम भी तैयार हैं इस बार के टॉप-8 दावेदारों की कमियों, खूबियों का विश्लेषण लेकर। सबसे पहले बात करेंगे ओपनिंग एडिशन की चैंपियन टीम भारत की। समझने की कोशिश करेंगे कि रोहित शर्मा एंड कंपनी की ताकत-कमजोरी क्या है?
T20I का रिकॉर्ड
आईसीसी रैंकिंग्स में दुनिया की नंबर वन भारतीय टीम ने टी-20 फॉर्मेट में अबतक कुल 219 मैच खेले हैं, जिसमें 140 जीते तो 68 हारे हैं। बेस्ट रिजल्ट 2007 में आया था, जब ओपनिंग एडिशन में ही टीम वर्ल्ड चैंपियन बनी थी। भारत एक बार फिर प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा। ग्रुप स्टेज में सिर्फ पाकिस्तान से ही चुनौती मिलने की उम्मीद है।
ताकत और कमजोरी
टीम की सबसे बड़ी ताकत अनुभव है। रोहित शर्मा पिछले सभी टी20 वर्ल्ड कप में खेल चुके हैं। विराट कोहली, रविंद्र जडेजा, जसप्रीत के पास भी लंबा अनुभव है। फिनिशर के रोल में कौन? यह तय नहीं है। यही टीम की सबसे बड़ी कमजोरी भी है। यह काम शिवम सुपर-8 स्टेज से दुबे करेंगे या हार्दिक पंड्या शुरू होगा या फिर रविंद्र जडेजा? इसका जवाब फिलहाल नहीं है।