महिलाओं की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्वसहायता महिला समूह को विभिन्न योजनाओं का लाभ देने की बात कही जाती है।ताकि समुह के माध्यम से महिलाओं को काम मिले ,उनकी आय बढ़े और महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी होकर आत्मनिर्भर बने।लेकिन अब भी ऐसे कई महिला स्वसहायता समूह है, जिन्हें पंजीयन के बाद से ही आज तक कोई भी कार्य नही दिया गया है।और वे पिछले कई वर्षों से शासकीय योजना के तहत उन्हें कार्य देकर आत्मनिर्भर बनाने की मांग कर रही है।लेकिन लाख जतन के बावजूद भी उन्हें काम नहीं मिल रहा है और वे रोजगार पाने के लिए आए दिनों शासकीय कार्यालय के चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं। बावजूद इसके भी उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।जिस पर अपनी नाराजगी जताते हुए।तिरोड़ी तहसील के ग्राम खरपड़िया से कलेक्टर कार्यालय पहुंची महिला समूह की महिलाओं ने मछली पालन व्यवसाय के लिए स्थानीय तालाबों के पट्टा उनकी समिति को दिए जाने की मांग की है।जिन्होंने अपनी इस मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में एक ज्ञापन सौंपते हुए नियमानुसार ग्राम विकास आजीविका समिति समूह को मछली पालन का कार्य देने की गुहार लगाई है।तो वही उन्होंने आज तक उनकी समिति को कार्य न मिलने का आरोप लगाते हुए, कार्य के देने के नाम पर अधिकारियों पर गुमराह किए जाने का आरोप भी लगाया है। जिन्होंने पुरानी समिति का ठेका पूर्ण होने और समिति रद्द होने के चलते पंचायत की अनुशंसा पर उनकी ग्राम विकास आजीविका स्वसहायता समूह को स्थानीय तालाबों के पट्टे देकर मछली पालन का व्यवसाय करने करने की अनुमति प्रदान करने की मांग की है।










































