संजीवनी क्लिनिक नहीं खुल रहा समय पर, वार्डवासी ने डॉक्टर के कक्ष का वीडियो बनाकर किया वायरल ,

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सीएमएचओ ने कहा हमे भी मिली हैं शिकायत, स्वास्थ्य कर्मियों की अटेंडेंस में पाई गयी हैं भिन्नता, जारी किया गया हैं नोटिस

वार्ड क्रमांक 33 के एक वार्डवासी द्वारा गायखुरी स्थित मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक में समय पर उपचार नहीं मिलने और स्वास्थ्य कर्मीयों के निर्धारित समय पर नहीं पहुचने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने निर्धारित समय पर स्वास्थ्य कर्मी के उपस्थित नही होने पर यहां के स्वास्थ्य कर्मियों के कक्षों का पूरा वीडियो जीपीएस ट्रैकर के साथ बनाया है जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल भी किया है । यहां वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कोई भी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी 9:30 बजे के बाद भी क्लीनिक में उपस्थित नहीं है। जबकि इस पूरे विषय को लेकर यहां के डॉक्टर लक्ष्य वर्मा बताते हैं कि आज अधिक बारिश होने के कारण उनका स्टाफ और वह समय पर उपस्थित नहीं हो पाये थे, और इस प्रकार से जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह दुर्भावना वश किया गया है।

आपको बता दे कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में आम जनों के घर तक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक खोले गए हैं । किंतु इन दिनों खोले गए इन संजीवनी क्लिनिको का वार्ड वासियों को फायदा नहीं मिल रहा है। ऐसा आरोप शहर के वार्ड क्रमांक 33 के एक वार्ड वाशी ने गायखुरी में संचालित होने वाले नवीन मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक के कर्मियों पर लगाया है। वार्ड वासी राकेश ताम्रकार बताते हैं कि उनके बेटे को 26 जुलाई को तेज बुखार आने के कारण उन्होंने बेटे का चेकअप करवाने के लिए 9:30 बजे केंद्र में पहुंचे थे। किंतु उस समय सफाई कर्मी के अलावा कोई भी क्लीनिक में उपस्थित नहीं था । उन्हें सफाई कर्मचारी द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य कर्मी संजीवनी क्लीनिक में 10:30 बजे तक आते हैं। उसके बाद ही इलाज किया जाता है । कुछ समय इंतजार किया। उसके बाद सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों के कक्ष का जीपीएस लोकेशन के साथ वीडियो भी बनाया और उसके बाद वह अपने बच्चे को, वहां से दूसरे स्थान पर चेकअप करने के लिए लेजा लिया। उनका कहना था कि जब प्राथमिक उपचार हेतु वार्डों में जो क्लीनिक की सेवाएं दी जा रही है तो वह वार्ड वासियों को मिलनी चाहिए ।

दुर्भावना वश वीडियो बनाकर वायरल किया गया हैं – लक्ष्य वर्मा

इस पूरे विषय को लेकर हमारे द्वारा नवीन मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक गायखुरी के चिकित्सक लक्ष्य वर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि निश्चित ही आज बरसात होने की वजह से उनका स्टाफ और वह समय पर क्लीनिक नहीं पहुंच पाये । किंतु हर दिन सभी स्टाफ और वह समय पर क्लीनिक में पहुचते है। जबकि आज क्लीनिक में वार्ड वासियों सहित नागरिकों के सुझाव और शिकायतों को लेकर बैठक भी आहूत की गई थी। किंतु किसी ने क्लिनिक को लेकर नकारात्मक बातें नहीं रखी। किसी ने दुर्भावना वश ही आज इस प्रकार से वीडियो बनाकर वायरल किया है। जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह सही नहीं है। वह प्रतिदिन समय पर क्लीनिक में पहुंचते हैं।

घर से ही लगाते हैं स्वास्थ्य कर्मी अटेंडेंस

चर्चा के दौरान सीएमएचओ परेश उपलव द्वारा बताया गया कि निश्चित ही मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक में सेवाएं देने वाले कुछ कर्मियों की अनुपस्थिति क्लिनिको में पाई जा रही है । कुछ कर्मचारी विभागीय सार्थक एप में घर बैठे ही अटेंडेंस लगा रहे हैं । उसके कुछ घंटे बाद वह क्लिनिको में पहुंच रहे हैं । जिसको लेकर उन्होंने जब सार्थक ऐप पर जांच करवाई तो वारासिवनी स्थित मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक और शहर के वार्ड क्रमांक एक ढीमरटोला स्थित संजीवनी क्लीनिक के स्वास्थ्य कर्मी की अटेंडेंस में भिन्नता पाई गई। जिसको लेकर उन्होंने एनएचएम के एम.डी को स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित किया है। साथ ही उन्होंने इस प्रकार सार्थक एप के माध्यम से गलत तरीके से उपस्थिति दर्शाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों पर भी कार्रवाई करने की रणनीति बनाई है। जिसके लिए वह अब सार्थक ऐप पर उपस्थिति दर्ज करवाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति की जांच कर उनकी लोकेशन निकलवा रहे हैं।

एनएचएम के एम.डी. को कार्यवाही हेतु पत्र भेजा है – परेश उपलव

इस पूरे विषय को लेकर जब हमारे द्वारा सीएमएचओ परेश उपलव से दूरभाष पर चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि निश्चित ही कुछ मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक में पदस्त डॉक्टर के द्वारा विभागीय सार्थक ऐप पर गलत तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज की जा रही है। जिसमें उन्होंने बालाघाट स्थित ढीमरटोला के संजीवनी क्लिनिक और वारासिवनी के संजीवनी क्लीनिक के स्वास्थ्य कर्मी की अटेंडेंस निकाली गयी तो उसमें भिन्नता पाई गई। जिसको लेकर उन्होंने एनएचएम के एम.डी. को कार्यवाही हेतु पत्र भेजा है । वही उन्होंने यह भी कहा की आपके द्वारा जो वार्ड क्रमांक 33 के संजीवनी क्लिनिक के स्वास्थ्य कर्मी को लेकर जानकारी दी जा रही है। उनके भी सार्थक अप के पर अटेंडेंस की जाँच करवाई जाएगी । क्योंकि उन्हें भी कुछ दिनों से संजीवनी क्लीनिक में कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की फर्जी तरीके से अटेंडेंस लगाने की शिकायत मिल रही है। जिस पर वह लगातार नजर बनाए हुए हैं। कोई भी अटेंडेंस को लेकर गलत तरीके से ऐप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाता है ,तो उन पर विधिवत कार्रवाई की जाएगी।

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