अमेरिका ने एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन की समस्या पैदा करने वाली गतिविधियों को लेकर चिंता जताई है। यह भी कहा कि चीन की हरकतों को लेकर दोनों देशों के एक जैसे विचार है। दरअसल, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने वैक्सीन, चीन के साथ सीमा विवाद, द्विपक्षीय व्यापार, के अलावा अफगानिस्तान और बर्मा जैसे मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत की।
इसी कड़ी में उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और दक्षिण-मध्य एशिया ब्यूरो के कार्यवाहक असिस्टेंट सेक्रेटरी डीन थॉम्पसन से भी मुलाकात की। इस दौरान चीन को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत हुई।
बैठक के बाद थॉम्पसन ने कहा, ‘अमेरिका और भारत के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग बढ़ाने पर बात हुई। चीन, बर्मा और अफगानिस्तान भी मुद्दा रहे।’ उन्होंने कहा, ‘हमने चीन की क्षेत्र और दक्षिणी चीन सागर में समस्या पैदा करने वाली गतिविधियों पर चिंता साझा की। उसकी हरकतों पर हमारी राय एक जैसी होती जा रही है। इसके अलावा बर्मा में हिंसा खत्म करने और राजनीतिक बंदियों को रिहा करने पर भी चर्चा की।’
अफगानिस्तान मामले में भारत अहम: जयशंकर
जयशंकर ने कहा कि अमेरिका ने माना है कि अफगानिस्तान के भविष्य पर चर्चा में भारत अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘वहां से अमेरिकी सैनिक जाने के बाद जो भी हालात बनेंगे, उनसे हमें यकीनन सरोकार है, अफगानिस्तान को भी सरोकार है और अमेरिका के लिए भी मायने रखता है, क्योंकि क्षेत्रीय स्तर पर इसका बड़ा असर होगा।’