मध्यप्रदेश में बीते करीब 10 दिन से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग इसे प्री ऑनसेट की बारिश मानता है। अब तक 10 दिन में ही दोगुना पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार अब तक प्रदेश में सामान्यतः 15.7 मिमी (करीब आधा इंच) बारिश होती है, जबकि एक जून से 10 जून की सुबह तक यह 29.3 मिमी (एक इंच से ज्यादा) पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार जून लगभग इसी तरह चलेगा। हालांकि मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश की माने तो जुलाई और अगस्त में अच्छी बारिश होगी, लेकिन सितंबर में अपेक्षाकृत कम बारिश रहेगी। प्रदेश में इस बार सामान्य या इससे अधिक बारिश के आसार हैं।
पूर्वी मध्यप्रदेश तरबतर
इस बार मानसून बंगाल की तरफ से 16 जून तक सबसे पहले जबलपुर संभाग के बालाघाट, सिवनी और डिंडोरी के रास्ते प्रवेश करेगा। यही कारण है कि अब तक सबसे ज्यादा पूर्वी मध्यप्रदेश ही तरबतर हुआ है। इस इलाके में अब तक 15.7 मिमी बारिश होनी थी, जबकि अब तक 39 मिमी बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है। 148 मिमी अधिक है। सिर्फ सीधी, सिंगरौली और टीकमगढ़ में ही औसत से कम बारिश हुई, जबकि कई जिलों में तो औसत से 324% ज्यादा पानी गिर चुका है।
पश्चिम मध्यप्रदेश में कम गिरा पानी
पश्चिम मध्यप्रदेश की बात करें, तो अभी बारिश ज्यादा नहीं हुई है। भोपाल, अशोक नगर, बैतूल और मंदसौर में ही अच्छी बारिश हुई है। यहां पर 150% से लेकर 300% तक ज्यादा पानी गिर चुका है। ग्वालियर और हरदा समेत 15 जिलों में औसत से भी काफी कम पानी गिरा है। अब तक 15.8 मिमी बारिश होना था, जबकि 21.9 मिमी बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 38% ज्यादा है।