जिले में युवाओं को ग्रामोद्योग लगाने के लिए बेहतर अवसर दिया जा रहा है। ग्रामोद्योग लगाकर युवा एक ओर स्वयं रोजगार पा सकते हैं, वहीं दूसरों को भी रोजगार देने का माध्यम बन सकते हैं। ग्रामोद्योग लगाने के इच्छुक युवाओं को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) अन्तर्गत वित्तीय सहायता दी जाएगी।
जिले में इस वर्ष 40 युवाओं को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। जो युवा खुद का रोजगार शुरू करना चाहते हैं, वे इस योजना का लाभ ले सकते हैं। जिनके पास जिस रोजगार का कौशल है, वे उसी कौशल से संबंधित काम को उद्योग के रूप में शुरू करके रोजगार को बढ़ावा दे सकेंगे। वर्ष 2021-22 के लिए जिले के ग्रामीण क्षेत्र के आवेदकों से निषिद्ध सूची में शामिल उद्योगों को छोड़कर शेष उद्योग और सेवा क्षेत्र के लिए बैंकों के माध्यम से सहायता देने का प्रविधान है।
विनिर्माण क्षेत्र के लिए 25 लाख रुपये तक एवं सेवा क्षेत्र के लिए 10 लाख रुपये तक आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। जिला पंचायत के प्रबंधक ग्रामोद्योग ने बताया कि योजना के अंतर्गत आवेदक जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक है वह सक्षम अधिकारी द्वारा जारी मूल निवासी, जाति प्रमाण पत्र, पेनकार्ड, इकाई स्थल का जनसंख्या प्रमाण पत्र, 8वीं उत्तीर्ण की मार्कशीट, आधार कार्ड, फोटो, उद्योग से संबंधी प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत कर ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
योजना के प्रविधान के अनुसार आवेदक को 25 प्रतिशत से 35 प्रतिशत (अधिकतम अनुदान राशि रुपये 8.75 लाख) तक मार्जिन मनी (अनुदान) की पात्रता होगी। उक्त योजना का लाभ https://www.kviconline.gov.in/pmegpeportal/pmegponline.jsp पोर्टल पर आवेदन प्रस्तुत कर किए जा सकते हैं।