नगर के वार्ड नंबर 33 साई बिल्डर गली में किराए से रह रही बी फार्मा की छात्रा ने अपने किराए के कमरे में पंखे की राड में स्कार्फ बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतिका पूनम पिता संतोष उइके 18 वर्ष ग्राम परखवार थाना अंजनिया जिला मंडला निवासी है। इस लडक़ी ने किस वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या की स्पष्ट नहीं हो पाया है कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूनम के पिता शिक्षक है पूनम अपनी सहेली आकांक्षा अहिरवार के साथ नगर के वार्ड नंबर 33 साईं बिल्डर गली में अशोक राहंगडाले के मकान में किराए के कमरे में रहती थी। आकांक्षा ग्राम सिझोरा जिला मंडला की रहने वाली है जो बीएससी सेकंड ईयर की पढ़ाई पीजी कॉलेज में कर रही है और पूनम बी फार्मा की पढ़ाई फर्स्ट ईयर में सरदार पटेल कॉलेज बालाघाट में कर रही थी। बताया कि आकांक्षा पूनम एक ही कमरे में अक्टूबर 2020 से रह रही थी।
20 जुलाई को 1:30 बजे करीब आकांक्षा पड़ोस के रूम में रहने वाली लडक़ी रीना शरणागत और कविता शरणागत के साथ सब्जी लेने गुजरी गई थी। उस समय पूनम कमरे में अकेली थी। शाम 5:30 बजे आकांक्षा गुजरी से अपने कमरे में पहुंची, देखी कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। आकांक्षा ने आवाज लगाई ,दरवाजा नहीं खुला तब आकांक्षा ने मोबाइल से पूनम को फोन लगाइए किंतु पूनम ने फोन नहीं उठाई ।इस सम्बंध में आकांक्षा ने मकान मालकिन को बताई जिसके बाद आकांक्षा और उसके पड़ोस में रहने वाली लड़कियों ने दरवाजे को 6,7 बार जोर से धक्का दिए, दरवाजे का हुक कमजोर होने से धक्का लगाने से दरवाजा खुल गया। रूम के अंदर पूनम फांसी पर लटकी हुई थी। पूनम ने पंखे के पाइप में स्कार्फ बांधकर फांसी लगा ली थी। आकांक्षा ने इस संबंध में अपने पड़ोस मोहल्ले में बताई खबर मिलते ही मोहल्ले पड़ोस के लोग जमा हो गए। आकांक्षा अहिरवार ने इस घटना की रिपोर्ट कोतवाली में की थी जहां से कोतवाली में पदस्थ उप निरीक्षक प्रीति सिंगोतिया ने घटनास्थल पहुंचकर मृतिका पूनम की लाश बरामद की, खबर मिलते ही पूनम और।आकांक्षा के परिवार के लोग बालाघाट पहुंचे। 21 जुलाई को कोतवाली पुलिस ने मृतिका पूनम की लाश पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिए पूनम ने किस वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या की स्पष्ट नहीं हो पाया है आगे मर्ग जांच कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है।
पूनम बेटी आकांक्षा के साथ में ही रहती थी- श्री राम अहिरवार
श्री राम अहिरवार ने बताया कि पूनम के पिता संतोष कुमार वीके शिक्षक है पूनम मेरी बेटी आकांक्षा के साथ किराए के कमरे में रहती थी और वह बी फार्मा का कोर्स सरदार पटेल कॉलेज में से कर रही थी 20 जुलाई को मेरी बेटी सहेलियों के साथ मार्केट आई थी उस समय पूनम अपने कमरे में थी मेरी बेटी जब मार्केट से पहुंची देखी दरवाजा अंदर से बंद था दरवाजा खटखटाने पर भी पूनम ने दरवाजा नहीं खोली तब बेटी आकांक्षा ने अपने मकान मालकिन को बताई दरवाजे को धक्का देकर खोलें बेटी ने पूनम को फांसी पर लटके भी देखी पूनम ने किस वजह से फांसी लगाई पता नहीं चल पाया है।










































