अफगानिस्तान में इन दिनों हालात खराब चल रही है। अमेरिका द्वारा अपनी सेना वापस बुलाने के निर्णय के बाद से तालिबान का आतंक बढ़ गया है। आतंकवादियों के कारण मासूम लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। वहीं देश छोड़ने को मजूबर हो गए हैं। इस बीच यहां के पख्तिया प्रांत के एक गुरुद्वारे से तालिबान ने सिख धार्मिक ध्वज निशान साहिब को हटा दिया है। सोशल मीडिया पर इसकी एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसके मुताबिक चमकनी इलाके में पवित्र गुरुद्वारा थाला साहिब की छत से ध्वज उतार गया है। इस गुरुद्वारे पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक भी आए थे।
अफगानिस्तान में बढ़ी हिंसा
यूएस और नाटो सैनिकों की वापसी के बाद से अफगानिस्तान में हिंसा बढ़ गई है। तालिबान ने देश के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है। वहीं प्रमुख शहरों को काबू पाने के लिए अफगान सुरक्षा बलों के साथ युद्ध चल रहा है। इस कारण बड़ी संख्या में लोग विस्थापित होने पर मजबूर हो गए हैं।
30 सिख नागरिकों की हत्या
पिछले वर्ष अफगानिस्तान में सिख नेता निदान सिंह सचदेवा का तालिबान ने गुरुद्वारे से अपहरण कर लिया था। सरकार और समुदाय द्वारा किए गए कई प्रयासों के बाद उन्हें छोड़ा गया। इससे पहले काबुल में एक पूजा स्थल पर इस्लामिक स्टेट ने आतंकी हमला किया था। जिसमें करीब 30 सिख नागरिकों की मौत हो गई। हालांकि इसके पीछे हक्कानी नेटवर्क और लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया गया है।










































