Kabul Airport Blast: अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां के हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। इसी वजह से सभी देश जल्द से जल्द अपने नागरिकों को वहां से बाहर निकाल रहे हैं। भारत भी इन्हीं प्रयासों में लगा हुआ है और अब तक अधिकतर भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला जा चुका है। भारत सरकार ने अफगानिस्तान से 800 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया है। इसमें अफगान नागरिक भी शामिल हैं। इस बीच अफगानिस्तान से एक जोड़े ने बताया कि वहां के हालात कैसे हैं और वो दोनों कैसे काबुल से बाहर निकले।
शिवांग दवे और उनकी पत्नी पिछले 15 सालों से काबुल में रह रहे थे। अफगानिस्तान में एक निजी कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले शिवांग दवे गुजरात के मशहूर कवि हरिंद्र दवे के सबसे बड़े बेटे रोहितभाई दवे के बेटे हैं।
काबुल से कैसे बाहर निकला यह जोड़ा
अफगानिस्तान से बाहर आने के बाद दवे ने एक अंग्रेजी वेबसाइट को बताया “मेरी आंखों के सामने बहुत सी चीजें आईं। तालिबान के सत्ता में आने के बाद, सड़कों को बंद कर दिया गया और बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया।” उनकी पत्नी ने कहा, “मैं इस बात को लेकर बहुत डरी हुई थी कि हम काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक कैसे पहुंचेंगे। जब हम एयरपोर्ट पहुंचने में कामयाब हुए तो तालिबान ने मेरे पति को पकड़ लिया। ऐसा लग रहा था कि हम कभी घर नहीं पहुंचेंगे।”
टेक ऑफ के बाद ली राहत की सांस
इस जोड़े ने बताया कि किसी तरह वो काबुल एयरपोर्ट के अंदर पहुंचे और अंततः उन्हें रेस्क्यू किया गया, इसके बाद वो अपने घर पहुंचे हैं। दवे की पत्नी ने कहा। वे तब तक अपनी सांसें रोके हुए थे जब तक विमान ने उड़ान नहीं भरी। उन्हें ये डर था कि कहीं बाहर हो रहे विस्फोटों के कारण कुछ गड़बड़ न हो जाए। शिवंग दवे ने कहा “हम बहुत डरे हुए थे। हमने कई धमाके होते हुए देखे हैं। मैंने 40-50 मीटर की दूरी से चीजें देखीं। मैंने कभी ऐसा डर महसूस नहीं किया, जैसा मैंने तब किया था।”
भारतीय दूतावास और अमेरिका की मदद से पहुंचे घर
रविवार को जब ये जोड़ा भारतीय दूतावास और अमेरिका की मदद से भारत पहुंचा तो उनकी नाराजगी राहत में बदल गई। गुरुवार को वो गुजरात के भावनगर स्थित अपने घर पहुंचे। दवे ने कहा, कोई नहीं जानता कि आगे क्या होगा, अब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा “बैंक में न पैसा है और न ही हमारे पास कोई काम है। हम केवल इंतजार कर सकते हैं और देख सकते हैं कि भविष्य क्या लाता है।”