देश में खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए वित्त मंत्रालय ने पाम ऑयल (Palm Oil), सोया तेल (Soya Oil) और सूरजमुखी तेल (Sunflower Oil) पर बेस कस्टम ड्यूटी (Base Custom Duty) में कटौती की है। वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया कि कच्चे पाम तेल पर बेस कस्टम ड्यूटी 10 प्रतिशत से घटाकर 2.5 प्रतिशत कर दी गई है, जबकि कच्चे सोया तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर टैक्स को 7.5 प्रतिशत से घटाकर 2.5 प्रतिशत कर दिया गया है। ये नोटिफिकेशन शनिवार से लागू हो गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस कमी से कच्चे पाम तेल, कच्चे सोया तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल की कीमतों में 24.75 प्रतिशत तक गिरावट आ जाएगी, जबकि रिफाइंड पाम ऑयल, सोया ऑयल और सनफ्लावर ऑयल की कीमतों पर 35.75 प्रतिशत तक का असर होगा।
माना जा रहा है कि ताजा कटौती से रिटेल कीमतों में चार से पांच रुपए प्रति लीटर की कमी आ सकती है। लेकिन, आम तौर पर इम्पोर्ट ड्यूटी को कम करने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें सख्त हो जाती हैं, इसलिए वास्तविक असर केवल दो से तीन रुपए प्रति लीटर ही हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक सरकार को कीमतें कम करने के लिए सरसों के तेल पर भी इम्पोर्ट ड्यूटी कम करनी चाहिए थी।
वैसे, सरकार ने खाद्य तेलों की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कुछ अन्य कदम भी उठाये हैं। पिछले कुछ महीनों में, केंद्र ने अलग-अलग खाद्य तेलों पर इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती की है और राज्यों से थोक विक्रेताओं, मिलरों, रिफाइनर और स्टॉकिस्टों से खाद्य तेलों और तिलहन के स्टॉक की डिटेल लेने को कहा है। इसके अलावा 11,040 करोड़ रुपए के पाम ऑयल मिशन की भी घोषणा की है।