ना जमीन का खसरा ना नक्शा, बिक गई जमीन

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बालाघाट (पदमेश न्यूज)। नगरपालिका के फर्जी दस्तावेज पर फर्जी सील साइन और फर्जी एग्रीमेंट के आधार पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का एक मामला सामने आया है जिसमें तत्कालीन पार्षद ने फर्जीवाड़ा कर नगर के एक ज्वेलर्स दुकान संचालक को लीज पर जगह देने के नाम पर लाखों रुपए का चूना लगाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गोंदिया रोड स्थित सूरज ज्वेलर्स के संचालक सनद कापस, ज्वेलरी का व्यवसाय करते हैं जिनकी तत्कालीन अनुमोदित पार्षद अमित बैस से अच्छी खासी पहचान थी इसी पहचान का फायदा उठाकर अनुमोदित पार्षद अमित बैस ने वर्ष 2019 में ज्वेलर्स सनद कापस के साथ धोखाधड़ी कर ली। जानकारी के अनुसार अमित ने सनद कापस  को नगर के मेन रोड स्थित मोहिनी ज्वेलर्स और पूजा ज्वेलर्स के बीच खाली पड़ी जगह बताई और जानकारी दी कि नजूल सीट क्रमांक 28 ए/27 की यह जगह नपा द्वारा लीज पर दी जा रही है जिसके टेंडर भी जारी किए जा चुके हैं 13/20 वर्ग फुट की यह जगह वे उन्हें दुकान बनाने के लिए लीज पर दिला सकते हैं जिस पर सनद कापस तुरंत तैयार हो गया जिन्होंने अपनी पत्नी सावंती कापस के तमाम दस्तावेज देकर उक्त जगह उन्हें लीज पर दिलाने को कहा। सूत्र बताते हैं कि उक्त जगह को लीज पर देने के लिए सब खर्चे काटकर सौदा करीब 8लाख रु में तय हुआ था। जिनसे पैसे लेने के बाद कुछ महीनों बाद तत्कालीन अनुमोदित पार्षद अमित बैस ने सनद कापस को नगरपालिका का एक लेटर दिया जिसमें मेन रोड स्थित उक्त जगह को 20 वर्षों के लिए लीज पर देने की बात का उल्लेख किया गया है, जिसमें नगर पालिका के लेटर हेड में 4-11 -19 को उक्त जगह 20 वर्षों के लिए सनद की पत्नी सावंती को 3लाख 80 हजार रु अमानत राशि पर दिए जाना उल्लेखित किया गया है जिसमें लीज भूमि का 1800 रु सालाना किराया प्रति वर्ष जमा करने का जिक्र किया गया है। बताया जा रहा है कि अमित बैस ने सनद कापस से लेन-देन वाली बात का किसी से जिक्र नहीं करने को कहा गया था वही अंदरुनी रूप से उक्त जगह पर दिलाने का भरोसा दिलाया था जिस पर उन्होंने इस बात का किसी से जिक्र नहीं किया, हाल ही में जब तत्कालीन पार्षद अमित बैस की मृत्यु हो गई जिसके बाद जब सनत कापस के पुत्र सूरज कापस नगर पालिका में लीज पर ली गई जमीन का किराया जमा करने पहुंचे तो नगरपालिका कर्मचारियों अधिकारियों ने यह कहते हुए पैसे लेने से मना कर दिया कि नगर पालिका की उक्त स्थान पर कोई जमीन नहीं है और ना ही नपा ने कोई जमीन लीज पर दी है जब सूरज कापस नपा द्वारा दिए गए इसके पेपर दिखाए तो जांच में नपा के पेपर फर्जी निकले जहां नगरपालिका के फर्जी लेटर पैड पर फर्जी जानकारी भरकर उक्त भूमि को नपा की भूमि बताकर उसे लीज पर दिया गया था जहां ना सिर्फ नपा का लेटर पैड फर्जी था बल्कि उसमें लिखी जानकारी टेंडर क्रमांक, नजूल सीट क्रमांक सहित अन्य जानकारी भी फर्जी पाई गई इतना ही नहीं जांच के दौरान लेटर पैड पर लगाई गई सील और सीएमओ की साइन भी फर्जी पाई गई।
टेडर निकला भोपाल का, तो नजूल क्रमाक अस्तित्व मे नही΄ है


सनद कापस को दिया गया लेटर जांच में पूरी तरह से फर्जी पाया गया जहां ना तो नपा का लेटर असली है और ना ही उसमें लिखी बातें। इतना ही नहीं नपा के फर्जी लेटर पर सीएमओ की सील और साइन भी जांच में फर्जी पाई गई है। वही नपा लेटर में उल्लेखित टेंडर क्रमांक 56651 की जांच करने पर यह टेंडर भोपाल का दर्शाया गया है तो वही नजूल कार्यालय में की गई छानबीन में नजूल क्रमांक 28 ए/27 की जगह अस्तित्व में ही नहीं है कुल मिलाकर कहें तो फर्जी दस्तावेज, फर्जी सील साइन और फर्जी जानकारी देकर व्यवसाई को ठगी का शिकार बनाया गया है।
मामले का खुलासा होने पर हर कोई हैरान
जैसे ही इस पूरे मामले का खुलासा हुआ और लोगों को जानकारी लगी हर कोई हैरान रह गया चर्चा के मोहनी ज्वेलर्स/ पूजा ज्वेलर्स /नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी और अन्य लोग ने हैरानी जताते हुए कहा कि सरकारी जमीन को कोई कैसे बेच या खरीद सकता है हर कोई इस बात को लेकर हैरान था कि नगर में फर्जी दस्तावेज बनाकर किस तरह फर्जी तरीके से सरकारी जमीन को बेचने का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन का सौदा करने के जल्द हो सकते है΄ और खुलासे

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पहला मामला नहीं है बल्कि इसके पूर्व भी ऐसे कई मामले हो चुके हैं जहां फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी जमीन की खरीदी बिक्री का षड्यंत्र रचा गया हो सूत्र बताते हैं कि नगर में ऐसे कई मामले हैं जिनकी जानकारी सामने आ रही है जिसमें फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी जमीनों का सौदा कर लाखो रु के वारे न्यारे किए गए है जिनके नामों का जल्द ही खुलासा किए जाने की बात सूत्रों द्वारा कही गई है।
दस्तावेज के साथ मिठाई लेकर आया था अमित बैस
ठगी का शिकार हुए कापस के अनुसार उन्होंने उनकी पत्नी सावंति कापस के नाम से मेन रोड स्थित पूजा और मोहनी ज्वेलर्स के बीच खाली जगह लीज पर लेने के लिए तत्कालीन पार्षद अमित बैस को पैसे दिए थे।जहा 4 नवम्बर2019 को अमित बैस नपा दस्तावेज के साथ मिठाई लेकर उनके घर पर आया था जिसने जानकारी दी थी कि नपा ने उनकी पत्नी के नाम पर 30 लाख रु की उक्त जगह को 3 लाख 80 हजार रु अमानत राशि पर लीज में दी है जिसका प्रति वर्ष 1800 रु किराया जमा करना होगा जहां नपा द्वारा जारी किए गए लेटर में नपा के तत्कालीन मुख्य नगरपालिका अधिकारी दिनेश वाघमारे की सील और साइन थी जिस पर 13/20 वर्गफीट की नजूल की जगह 28ए/27 लीज पर मिलना व टेंडर क्रमांक दर्ज है। अमित बेस ने मिठाई खिलाते हुए यह कहा था कि लीज की जगह पर दो-तीन वर्षों तक कोई निर्माण कार्य नहीं करना वरना बवाल हो सकता है जिसके चलते उन्होंने उक्त जगह पर कोई निर्माण कार्य नहीं करवाया था।
अमित बोला चेक नही΄, सिर्फ कैश चलता है
कापस के अनुसार उन्होंने सौदे की रकम चैक से देने की बात कही थी लेकिन अमित बैस ने उनसे चेक की जगह पैसा कैश में देंने को कहा था जिसके चलते उन्होंने पूरा पैसा अमित को कैश दिया था वही विश्वास होने के चलते उन्होंने अमित से किसी भी प्रकार का कोई एग्रीमेंट नहीं किया था।
यहा जगह नपा की नही है यहा रोड़ है-जय अग्रवाल
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान मोहिनी ज्वेलर्स के संचालक जय अग्रवाल ने बताया कि उनके बाजू की जगह नजूल की है हमसे किसी ने इस जगह को खरीदने या बेचने संबंधी कोई बात नहीं की है। फर्जी दस्तावेज पर यह जगह बिक चुकी है यह जानकर हमे हैरानी हो रही है। यह जगह नपा की नहीं है बल्कि रोड की जगह है। इसकी खरीदी बिक्री कैसे हो सकती है।
सरकारी जमीन को ना तो कोई खरीद सकता है ना बेच सकता है- अक्षय वैद्य
वहीं इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान हैरानी जताते हुए पूजा ज्वैलर्स संचालक अक्षय वैद्य ने बताया कि बाजू में जो जमीन है वह सरकारी है नजूल की जगह है वहां आने जाने का रास्ता बना हुआ है इस भूमि को बेचा या खरीदा नहीं जा सकता यह जमीन कैसे बिक सकती है यह जानकर हमें हैरानी हो रही है यह भूस्वामी की जमीन नहीं है इसे कोई बेच नहीं सकता और ना ही इसे कोई खरीद सकता है।
मेरे साथ धोखाधड़ी हुई है- सनद कापस

इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान वार्ड नंबर 27 पत्थर गली निवासी सनद कापस ने बताया कि तत्कालीन पार्षद अमित बैस ने उन्हें मोहनी ज्वेलर्स के बाजू की जगह लीज पर नगर पालिका से दिलाने की जानकारी दी थी जिस पर उन्होंने 3 लाख 80 हजार रु अमानत राशि और ऊपर से अतिरिक्त राशि का भुगतान कैश में अमित को  किया था जिसने नगरपालिका का एक लेटर लाकर दिया था जिसमें लीज पर जगह मिलने की तमाम जानकारी दर्ज थी। लेटर पर सील साइन भी थी अमित बैस ने कहा था कि लीज पर मिली इस जगह की जानकारी फिलहाल किसी को नहीं देना चुनाव के बाद वे उन्हें दुकान बना कर दे देंगे जब हम नपा में टैक्स जमा करने गए तो  हमें जानकारी लगी कि हमारे साथ फर्जीवाड़ा किया गया है।फर्जी लेटर,फर्जी सील, साइन और फर्जी टेंडर देकर मेरे साथ धोखाधड़ी की गई है अब अमित की मृत्यु हो गई है अब मेरे द्वारा दिए गए पैसे मुझे कैसे मिलेंगे। अमित ने किसी को बताने से मना किया था इसीलिए मैंने नगरपालिका के अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं किया।
टैस जमा करने गए तो हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
ठगी का शिकार हुए सनद कापस के अनुसार अमित बैस की मौत के बाद जब उनका पुत्र सूरज कापस नपा मे इस लीज की जमीन का टैक्स जमा करने पहुंचा तो नपा के अधिकारियों ने उक्त स्थान पर नपा की कोई जमीन नहीं होने की जानकारी दी जिस पर सूरज ने उन्हें नपा के लीज सम्बधित दस्तावेज दिखाए जिसकी जांच में लेटर पैड,टेंडर क्रमांक, नजूल सीट क्रमांक, सीएमओ की सील,साइन सहित अन्य जानकारियां फर्जी पाई गई ।
कापस के खिलाफ दर्ज कराई जाएगी एफआईआर-मटसेनिया
इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीश मटसेनिया ने बताया कि कापस नामक व्यक्ति नगर पालिका में फर्जी दस्तावेज लेकर आए थे बोल रहे थे कि नपा ने उन्हें जगह लीज पर दी है जब दस्तावेज देखे गए तो दस्तावेज फर्जी निकले।किस नपा अधिकारी कर्मचारी ने उन्हें यह लेटर दिया, जगह लीज पर दी वे नगर पालिका कब आए इसकी जानकारी एकत्र की जा रही है उनके खिलाफ हम 420 का मामला दर्ज कराएंगे। उनके पास फर्जी डॉक्यूमेंट कहां से आए इसके खिलाफ कार्यवाही कर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि लेटर में जो टेंडर क्रमांक तो है वह फर्जी है, उसमें डेट तारीख का भी उल्लेख नहीं है, आवक जावक नंबर भी नहीं है, सील साइन भी फर्जी है। हो सकता है कि कापस ने ही नपा को गुमराह करने के लिए फर्जी तरीके से डॉक्यूमेंट तैयार किया हो इसीलिए उनपर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस मामले में विभाग का कोई भी कर्मचारी शामिल नहीं है यह कूटरचित दस्तावेज है जो कोई भी फर्जी तौर पर बना सकता है हमने मामले की छानबीन शुरू कर दी है छानबीन के बाद उनपर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

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