भोपाल के जरी जरदोजी वर्क को देशभर में पहचान दिलाएंगे। यह भोपाल की पहचान है। मध्यप्रदेश के स्थानीय कला और उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। मप्र के अलग-अलग जिलों में अलग-अलग विशेषताएं हैं। हमने एक जिला एक उत्पाद नाम दिया। हर जिले से एक उत्पाद रखेंगे, जिससे सभी को रोजगार दिलााएंगे। स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाएंगे और उन्हें रोजगार दिलााएंगे और उनके काम को आगे बढ़ाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दस नंबर मार्केट स्थित राग भोपाली प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत आत्मनिर्भर मप्र बनाने के चार आयाम है। अधोसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार। प्रदर्शनी के उद्घााटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने जरदाेजी वर्क को करना भी सीखा। कलाकार शिखा मीणा और ज्योति रात्रे से उन्होंने इस वर्क को करने के बारे में जानकारी ली। इसके बाद स्व सहायता समूह की राधा मीणा और फैशन डिजाइनर के बीच जरदोजी वर्क को लेकर एमओयू हुआ। इस पर मुख्यमंत्री ने कह कि पहले बड़ी-बड़ी कंपनियों के बीच एमओयू होते थे, लेकिन आज राधा मीणा महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर वेस्ट उत्पादों का इस्तेमाल कर कई चीजें बनाई गई है। मप्र का स्व सहायता समूह आंदोलन का रूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि आज की आवश्यकता के अनुरुप उत्पाद तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि लोकल को वोकल बनाएं। हम बाहर से सामान क्यों खरीदें। इन उत्पादों को निफ्ट से जोड़ा है।
आनलाइन प्लेटफार्म पर भी उत्पादों को लाना जरूरी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन उत्पादों को आनलाइन प्लेटफार्म पर ले जाना भी जरूरी है। आजकल आनलाइन मार्केट का जमाना है। खासतौर पर कोरोना काल ने आनलाइन मार्केट को अधिक बढ़ावा दिया है। यहां के दीदी कैफे में खाने का लुत्फ भी उठाएं जो सेहत को ध्यान में रखकर बनाया गया है। प्रदर्शनी में दीदी कैफे में खाने-पीने के चीजों के स्टाल लगाए गए हैं। इसके अलावा में जरदोजी वर्क से बनें पोटली, क्लच, लहंगा और कुर्तियां आदि लगाए गए थे। इसके अलावा रेशम के धागों से तैयार ज्वैलरी भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया।