भोपाल के एक हॉस्पिटल में आगजनी की घटना होने के बाद प्रदेश शासन द्वारा फायर सेफ्टी की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिसको लेकर अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर पूरे उपकरण एवं वहां मौजूद स्टाफ को उपकरणों का कैसे इस्तेमाल करना है इसकी और विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।
इसी कड़ी में बालाघाट नगर पालिका से फायर सेफ्टी विभाग की टीम बुधवार की दोपहर में जिला अस्पताल पहुंची जहां उनके द्वारा पूरे जिला अस्पताल का निरीक्षण कर वहां फायर सेफ्टी के क्या इंतजाम है इसका निरीक्षण किया गया और कमियां पाए जाने पर जिला अस्पताल के अधिकारी कर्मचारियों को फायर सेफ्टी के उपकरण लगाए जाने के लिए कहा गया।
निरीक्षण के दौरान फायर सेफ्टी टीम के लोगों ने पाया कि जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। महज कुछेक जगहो में ही एक-दो सिलेंडर लगे हुए हैं जबकि प्रत्येक वार्ड में चार-चार सिलेंडर होने चाहिए। इसके अलावा डॉक्टरों के कक्ष में भी फायर सेफ्टी के कोई उपकरण नहीं लगे हैं।
जिला अस्पताल में रक्तदान करने पहुंचे पवन पाठक ने जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी के कोई उपकरण नहीं होने पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि जहां पर रक्तदान कर रहे थे वहां आग बुझाने के लिए जो सिलेंडर लगे रहते हैं वह नहीं थे।
जिला अस्पताल के आरएमओ डॉक्टर अरुण लांजेवार ने बताया कि नगर पालिका से पहुंचे फायर सेफ्टी टीम द्वारा जिला अस्पताल का बुधवार को निरीक्षण किया गया है जो कमियां पाई गई है उसे जल्द दूर किया जाएगा।










































