ट्रामा सेंटर में प्रसूता और गर्भ में पल रहे बच्चे की जान के साथ किया जा रहा खिलवाड़ ?

0

मंगलवार की रात को जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में उस वक्त हंगामा मच गया जब कई घंटे बीत जाने के बाद भी गर्भवती महिला की डिलीवरी के लिए महिला चिकित्सक ट्रामा सेंटर नहीं पहुंची।

इसी बात से नाराज प्रसूता के परिजनों ने ट्रामा सेंटर परिसर में जमकर हंगामा मचाया और मामले की शिकायत सीधे कलेक्टर से कर दी, जहां मामले का संज्ञान लेते हुए कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा ने जिला अस्पताल प्रबंधन को फोन कर मामले की सूचना दी जहां मामले की सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधन तुरंत अव्यवस्थाओं को संभालते हुए नजर आया।

जहां महिला चिकित्सक को तुरंत ट्रामा सेंटर में बुलवाकर प्रसूता का तुरंत ऑपरेशन कराया गया। वर्तमान समय में जच्चा और बच्चा दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

  जानकारी के अनुसार सोनेगांव पिपरिया के ग्राम नांदी निवासी 25 वर्षीय गर्भवती महिला ज्योति मान्द्रे को प्रसव पीड़ा होने पर उनके परिजनों ने डिलीवरी के लिए सोमवार की रात ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। पहले तो नॉर्मल डिलीवरी की राह देखने को कहा गया, लेकिन महिला को अगली सुबह मंगलवार को उक्त महिला को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन कक्ष में ले जाया गया लेकिन उसका ऑपरेशन करने के लिए ट्रामा सेंटर में महिला चिकित्सक ही नहीं थी।

सुबह से लेकर रात तक महिला के परिजन महिला का ऑपरेशन करने की गुहार लगाते रहे लेकिन उनके परिजनों की कोई सुनवाई नहीं हुई ।इसी बीच एक महिला चिकित्सक ने आकर प्रसूता को चेक किया लेकिन उन्होंने भी प्रसूता का ऑपरेशन नहीं किया इसके उपरांत परिजन ड्यूटी डॉक्टर डॉ रश्मि वाघमारे को फोन लगाते रहे लेकिन महिला चिकित्सक ने फोन रिसीव नहीं किया। जिला अस्पताल आरएमओ डॉ अरुण लांजेवर ने बताया कि कलेक्टर साहब का फोन आते ही वे तुरंत ट्रामा सेंटर गए थे। महिला चिकित्सक को तुरंत ट्रामा सेंटर बुलाकर महिला की डिलीवरी करा दी गई थी महिला के परिजनों ने कलेक्टर से मामले की शिकायत की है। वहीं हमने भी सिविल सर्जन को मामले से अवगत करा दिया है इस मामले में जो भी कार्यवाही होगी वह वरिष्ठ स्तर से होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here