को-ऑपरेटिव बैंक कटंगी में पदस्थ केसियर रेवेंद्रसिंह परिहार ने सहकारी समिति सिरपुर के ऑपरेटर युगल किशोर शरणागत द्वारा दी जा रही प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या की थी।
लालबर्रा पुलिस ने इस मामले में रेवेद्रसिंह परिहार को प्रताड़ित कर उसे आत्महत्या करने के लिए उत्प्रेरित करने के आरोप में सहकारी समिति सिरपुर के ऑपरेटर युगल किशोर शरणागत निवासी लखनवाड़ा के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेवेंद्रसिंह परिहार 38 साल वार्ड नंबर 1 वारासिवनी निवासी को ऑपरेटिव बैंक कटंगी में केसियर के पद पर पदस्थ था। को- ऑपरेटिव बैंक कटंगी के अधीन सिरपुर में स्थित सहकारी समिति है जहां पर जुगल किशोर शरणागत ऑपरेटर के पद पर पदस्थ है। 16 फरवरी की शाम 5:30 बजे लालबर्रा थाना अंतर्गत टेकाड़ी तालाब के पास जंगल में एक व्यक्ति की लाश लालबर्रा पुलिस द्वारा बरामद की गई थी जिसकी पहचान रेवेंद्रसिंह परिहार पिता रामचंद्र परिहार 38 साल वार्ड नंबर 1 वारासिवनी निवासी के नाम से की गई थी जो को-ऑपरेटिव बैंक कटंगी का केसियर बताया था।
रेवेंद्रसिह परिहार की जर्किन की जेब में एक सुसाइड नोट लालबर्रा पुलिस द्वारा जप्त किया गया था। सुसाइड नोट में रेवेंद्र सिह परिहार ने उल्लेख किया है कि सहकारी बैंक समिति सिरपुर के ऑपरेटर युगल किशोर शरणागत द्वारा पैसों के लेन-देन में धोखा करने की वजह से मुझे हानि उठानी पड़ी।
लालबर्रा पुलिस ने संपूर्ण मर्ग जांच उपरांत रविंद्र सिंह परिहार को प्रताड़ित कर उसे आप हत्या करने के लिए उकसाने के आरोप में जुगल किशोर शरणागत निवासी लखनवाड़ा के विरुद्ध धारा 306 294 और 506 भादवी के तहत अपराध दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की गई है इस मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक चित्रसेन ठाकरे द्वारा की जा रही है।