लामता(पद्मेश न्यूज)। लामता क्षेत्र में विगत दिनों से बिजली गुल होंने से लामता क्षेत्र के क्षेत्रीय जनता एवं किसान परेशान है जैसे जैसे गर्मी का पारा आसमान को छू रहा है वैसे वैसे लामता क्षेत्र में बिजली बार बार गुल हो रहा है दिन में लगभग 10 से 12 बार लाइट ट्रिप होती है बिजली गुल रहने से शासकीय ऑनलाइन का पूरा कार्य डप्प हो चुका है ,बिजली गुल रहने के कारण लोग गर्मी के कारण घरों में नही रह पा रहे है दिन तो जैसे भी कट जाता है परन्तु रात काटने में अधिक तकलीफ हो रहा है गर्मी तो गर्मी है मच्छरों से ज्यादा परेशान हो रहे है लामता क्षेत्र की जनता । बिजली गुल होने से किसानों के चेहरे में चिंता के बादल मंडरा रहे है गर्मी तेज होने से रबी की फसल में बुरा प्रभाव पडऩे लगा है यही हाल रहा तो किसानों की फसल सुख जाएंगे ,और किसानों को लाखों रुपये का घाटा सहना पड़ेगा । इस बात की चिंता किसानों को हमेशा सता रही है। बिजली गुल होने के कारण लामता क्षेत्र के सभी गांवों में पीने के पानी की परेशानी बड़ चुकी है 2 दिन में एक बार ही पीने का पानी मिल पा रहा है अघोषित बिजली कटौती से जल निगम के कर्मचारी गांव में बने टँकी भी भर नही पा रहे है जिस कारण ग्रामीण जनताओं को पीने के पानी के लिये तरसना पड़ रहा है । ग्रामीण जनता को शासन की दोहरी मार झेलना पड़ रहा है ,बिजली का बिल ,पानी का बिल तो चुकाना ही पड़ेगा ,बिजली रहे तो ठीक न रहे तो ठीक,नल में पानी आये तो ठीक न आये तो ठीक बिल तो भरना ही पड़ेगा । बिजली न रहने से ग्रामीणों को दूर दराज से पानी मे मजबूर है ,धीरे धीरे तापमान बढऩे के कारण जल स्तर भी नीचे जाने लगा है । सोहन ठाकरे कनारी ने बताया कि बिजली गुल होने से हमारी रबी की फसल सूखने की कगार में आ चुका है नल जल व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है ग्रामीण लोग पानी पानी के लिये परेशान हो रहे है। लिखीराम उराडे मौरिया द्वारा बताया गया कि ग्राम मौरिया में लगभग 1 सप्ताह से बिजली कटौती होने के कारण नलजल कनेक्शन बन्द पड़े है जल निगम का कहना है कि बिजली गुल रहने के कारण टँकी पानी से नही भर पा रहा है इसलिये पानी नही दिया जा रहा है । वीरेंद्र शर्मा लामता ने बताया कि लगभग 1 सप्ताह से विद्युत विभाग द्वारा अघोषित बिजली काटी जा रही है ग्रामीणों को पीने के लिये पर्याप्त पानी नही मिल पा रहा है ,बिजली गुल रहने से व्यापार धंधे में कठनाई हो रहा है शासकीय कार्य से जनता वंचित हो रही है किसान वर्गों के खेतों के फसल सूखने के कगार में है एवं रात्रिकालीन बिजली गुल रहने से जनता सो नही पा रही है ।