बर्मिंघम में गुरुवार से शुरु हो रहे राष्ट्रमण्डल खेलों से पहले भारत को एक और झटका लगा है। भारत की एक और खिलाड़ी डोपिंग में पॉजिटिव पायी गयी है। इस खिलाड़ी का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है पर माना जा रहा है कि वह महिलाओं की चार गुणा 100 मीटर रिले टीम में शामिल थी। इस खिलाड़ी का अब टीम से बाहर होना तय है। अब रिले टीम में केवल एक खिलाड़ी ही बची है। इससे पहले शीर्ष धाविका एस धनलक्ष्मी और त्रिकूद की ऐश्वर्या बाबू को प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पॉजिटिव पाये जाने के बाद भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। धनलक्ष्मी प्रतियोगिता के अलावा दो परीक्षण में पॉजिटिव पाई गई जबकि ऐश्वर्या प्रतियोगिता के दौरान दो परीक्षण में विफल रहीं। धनलक्ष्मी के नमूने में एनाबोलिक स्टेरॉयड पाया गया जबकि चेन्नई में 13 और 14 जून को राष्ट्रीय अंतर राज्यीय चैंपियनशिप में लिए गए ऐश्वर्या के नमूनों में ओस्टेरिन पाया गया था।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई ) ने कहा कि शुरुआत में 37 सदस्यीय भारतीय एथलेटिक्स टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रावणी नंदा, एनएस सिमी, एस धनलक्ष्मी और एमवी जिल्ना को शामिल किया गया था पर बाद में जिल्ना को टीम में जगह नहीं मिली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को केवल 36 खिलाड़ियों का कोटा मिला है। धनलक्ष्मी के डोप परीक्षण में विफल रहने पर जिल्ना को टीम में शामिल किया गया था। डोपिंग की दोषी पाई गई खिलाड़ी को देर से टीम में शामिल किया गया हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इससे पहले इस बीच पैरा चक्का फेंक खिलाड़ी अनीश कुमार और पैरा पावर लिफ्टर गीता भी प्रतिबंधित पदार्थों के लिए पॉजिटिव पाए गए। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अधिकारियों ने प्रतियोगिता के इतर नमूने एकत्रित किए। गीता एनाबोलिक स्टेरॉयड के पॉजिटिव पाई गई जबकि अनीश के नमूने में डाइयुरेटिक और मास्किंग एजेंट (प्रतिबंधित पदार्थ को परीक्षण में छिपाने वाले तत्व) हाइड्रोक्लोरोथियाजिड मिला। गीता को अस्थाई रूप से निलंबित किया गया है और कॉमनवेल्थ गेम्स की टीम से बाहर कर दिया गया है। दूसरी तरफ अनीश के राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने की संभावना है क्योंकि उन्हें अस्थाई रूप से निलंबित नहीं किया गया है।










































