लालबर्रा क्षेत्र में खरीफ धान की रोपाई का कार्य अंतिम चरण में है और किसानों को धान की फसल में खाद का छिडक़ाव करना है ताकि धान की फसल अधिक ले सके परन्तु क्षेत्र के किसानों को कई दिनों से सेवा सहकारी समिति व म.प्र. रा’य विपणन केन्द्र से खाद नही मिलने के कारण किसान बेहद परेशान है और उनमें शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। नगर मुख्यालय में स्थित म.प्र. राज्य विपणन केन्द्र (गोदाम) में बुधवार को क्षेत्रीय किसान खाद लेने के लिए पहुंचे थे और खाद लेने वाले किसानों की सुबह से लंबी लाईन लगने के साथ ही भीड़ लग गई थी परन्तु खाद वितरण प्रभारी व कर्मचारियों के द्वारा ६० किसानों से दस्तावेज लेकर खाद वितरण किया जा रहा था और बाकी किसानों को दुसरे दिन आने की बात कही गई। जिससे किसानों में आक्रोश बढ़ गया और हल्ला करने लगे एवं कर्मचारियों को गेट नही खोलने दे रहे थे साथ ही गहमागहमी का माहौल निर्मित हो गया था और किसानों के आक्रोश को बढ़ते देखकर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिसकर्मी रा’य विपणन केन्द्र (गोदाम) पहुंचे और आक्रोशित किसानों को समझाईश दी गई जिसके बाद खाद वितरण कार्य प्रारंभ हुआ। किसानों ने बताया कि खरीफ धान की रोपाई कार्य अंतिम चरण में है और धान की फसल में खाद डालना अति आवश्यक है ताकि उत्पादन अधिक ले सके और वर्तमान में डीएपी, यूरिया खाद की जरूरत है परन्तु सेवा सहकारी समिति व गोदाम से नही मिल रहा है जिसके कारण किसान परेशान है साथ ही यह भी बताया कि दो दिनों से काम-धंधा छोडक़र लालबर्रा गोदाम से खाद लेने आ रहे है परन्तु खाद नही मिल रहा है और बुधवार को ६० किसानों से आधार कार्ड व पावती की फोटो काफी जमा करवाकर शेष किसानों को दूसरे दिन आने की बात कह रहे है जबकि हम लोग दो दिनों से चक्कर लगा रहे है और खाद लेने के लिए सुबह से करीब २००-२५० किसान आये है जो परेशान हो रहे है। आगे किसानों ने बताया कि सरकार की कर्ज माफी के कारण कई किसान सेवा सहकारी समिति से डिफाल्टर हो गये है साथ ही समितियों में भी खाद नही है इसलिए सभी किसान नगद में खाद लेने के लिए रा’य विपणन केन्द्र लालबर्रा आ रहे है परन्तु यह भी खाद नही मिल रहा है साथ ही पीने की पानी की भी व्यवस्था नही है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि सेवा सहकारी समितियों से भी किसानों को नगद में खाद उपलब्ध करवाने के साथ ही खाद की जो कमी है उसे दूर करे ताकि समय पर किसानों को खाद मिल सके।
३ दिनों से खाद के लिए गोदाम का काट रहे है चकर – रूपलाल
किसान रूपलाल चौहान ने बताया कि खाद लेने के लिए सुबह से बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान गोदाम आये है परन्तु गोदाम के कर्मचारियों ने ६० किसानों के दस्तावेज लेकर उन्हे खाद वितरण कर रहे है शेष किसानों को कल आने के लिए कहा जा रहा है जबकि दो-तीन दिनों से किसान खाद के लिए गोदाम का चक्कर लगा रहा है उसके बाद भी खाद नही मिल रहा है जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है। श्री चौहान ने बताया कि वर्तमान में डीएपी व यूरिया खाद की जरूरत है किसानों को यदि समय पर खाद नही मिलेगा तो फसलें प्रभावित होने के साथ ही उत्पादन भी कम होगा और करीब २०० से अधिक किसान आये थे एवं खाद नही मिलने के कारणबिना खाद लिये बैरंग वापस हो रहे है साथ ही यह भी बताया कि सोसायटी में नगद में खाद नही मिलता इसलिए गोदाम से ले रहे है।
खाद के लिए किसान हो रहे परेशान – प्रभुदयाल
किसान प्रभुदयाल पटले ने बताया कि ३ दिनों से रोज ५-६ किमी. दूर से खाद के लिए आ रहे है परन्तु खाद नही मिल रहा है और अधिकांश किसानों का पराह कार्य संपन्न हो गया है एवं फसल में खाद की अतिआवश्यकता है अगर समय पर खाद नही डालेगें तो फसल उत्पादन कम होगा जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होगा। श्री पटले ने बताया कि सरकार की कर्जमाफी के कारण कई किसान सेवा सहकारी समितियों से डिफाल्टर हो गये है इसलिए गोदाम से खाद ले रहे है और वर्तमान में सोसायटी में भी खाद नही है साथ ही यह भी बताया कि सरकार किसानों की आय दुगुनी करने की बात कहती है परन्तु खाद नही मिल रहा है ऐसे में किसानों की आय कैसे दुगुनी होगी एवं गोदाम में किसानों के लिए पीने की पानी भी नही है और किसान खाद के लिए परेशान हो रहे है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि खाद की कमी को दूर करने के साथ ही सेवा सहकारी समितियों से भी नगद में खाद वितरण करवाये।
किसानों को खाद का किया जा रहा वितरण – भारती
म.प्र. राज्य विपणन केन्द्र (गोदाम) प्रभारी सुश्री भारती कौशले ने बताया कि किसानों को खाद का वितरण किया जा रहा है परन्तु एकाएक किसानों की भीड़ बढऩे से कुछ परेशानी हो रही है क्योंकि किसानों के दस्तावेज वेरीफिकेशन होने के बाद कार्यालयीन समय तक वितरण किया जा रहा है। सुश्री कौशले ने बताया कि बुधवार को किसानों की अधिक भीड़ जमा होने पर वे हल्ला करने के साथ ही वितरण कार्य में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे थे जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया उसके बाद वे शांत हुए और खाद वितरण कार्य प्रारंभ किया गया एवं किसानों के पीने के पानी की भी व्यवस्था है और किसानों से अपील है कि वे धैर्य बनाकर रखे सभी को खाद वितरण किया जायेगा।