चीन की एक महिला बैडमिंटन खिलाड़ी ये झाओयिंग ने कोच ओर अधिकारियों पर मैच फिक्स करने के आरोप लगाते हुए कहा है कि साल 2000 में सिडनी ओलंपिक के दौरान उसे चीनी खेल अधिकारियों ने जानबूझकर मैच हारने के आदेश दिये थे। इसके लिए उसे बोनस भी दिया गया था। झाओयिंग के अनुसार कोच के इस आदेश के बाद उसे बेहद निराश हुई थी पर उसके सामने कोई रास्ता नहीं था। झाओयिंग के अनुसार चीनी अधिकारियों का मानना था कि उसके फाइनल में जीतने की अधिक संभावनाएं नहीं हैं , इसलिए उसे अपने ही देश की गोंग झीचाओ के खिलाफ महिला एकल सेमीफाइनल को हारना होगा।
झाओयिंग के अनुसार मुख्य कोच ली योंगबो और महिला एकल के मुख्य कोच तांग जुएहुआ ने मैच से एक रात पहले उससे कहा कि उन्हें जानबूझकर हारना है। झाओयिंग ने कहा कि ऐसे फरमान पर आप बहुत बेबस महसूस करते हैं क्योंकि आप पूरे सिस्टम के खिलाफ अकेले हैं। ओलंपिक एक एथलीट के रूप में जीवन में लगभग एक बार मिलने वाला अवसर है, इसलिए जब आपको खुद को हारने देना होता है तो यह वास्तव में दुखद होता है।
कोच ने यह भी कहा था कि उसे हार में बहुत स्पष्ट नहीं होना है और उसे मैच को तीसरे राऊंड तक नहीं ले जाना है और गोंग को थकने नहीं देना है। इसके लिए उनको 16,300) का बोनस ऑफर दिया गया, जो एक ओलंपिक चैंपियन को भी दिया गया था। झाओयिंग सेमीफाइनल में गोंग से 11-8, 11-8 से हार गई। इसके बाद गोंग ने खिताबी मुकाबला जीता था।
झाओयिंग के अनुसार कोच ओर खेल प्रबंधन का लक्ष्य किसी प्रकार मैच फिक्स कर जीत दर्ज करना रहता है।