मध्यप्रदेश वेयरहाउस कारपोरेशन में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी श्रमिक गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर उन्हें प्राइवेट एजेंसी में कन्वर्ट न करते हुए वेयरहाउस में ही कार्यरत रखे जाने की मांग की।
जिले के विभिन्न वेयरहाउस में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों में निजीकरण को लेकर आक्रोश व्याप्त हो गया है। सभी दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों द्वारा प्राइवेट एजेंसी में डाले जाने का जमकर विरोध किया।
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जिले के विभिन्न वेयरहाउस में कार्यरत श्रमिकों ने बताया कि वे लोग पिछले 10 से 15 वर्षों से निगम में कार्यरत है। निगम द्वारा भंडारण सहित जो भी कार्य कराये जाते हैं उनके द्वारा पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कार्य किया जाता है। अचानक ही उन्हें निगम से हटाकर आरबी एसोसिएट कंपनी में डाला जा रहा है जिससे उन्हें बहुत नुकसान होगा। निगम में कार्य करते हुए भविष्य में नियमित भी हो सकते हैं लेकिन आरबी एसोसिएट में जाने से उनका भविष्य असुरक्षित हो जाएगा और कई सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे। वेयरहाउस में कार्यरत सभी दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को प्राइवेट हाथों में न जाने दिया जाए और वेयरहाउस में ही कार्यरत रखा जाए यही शासन प्रशासन से मांग है।