मप्र बना सर्वाधिक स्‍वच्‍छ राज्‍य, भोपाल छठवें नंबर पर

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स्वच्छता में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है। प्रदेश को 100 से अधिक शहरों वाले राज्‍यों की श्रेणी में देश का सबसे स्‍वच्‍छ राज्‍य चुने जाने का गौरव हासिल हुआ है। नई दिल्‍ली के तालकटोरा स्‍टेडियम में आयोजित स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण समारोह में प्रदेश को यह सम्मान मिला है। पिछले साल मप्र राजस्‍थान और महाराष्‍ट्र के बाद तीसरे नंबर पर था। वहीं स्‍वच्‍छ शहरों की श्रेणी में राजधानी भोपाल की रैंकिंग भी सुधरी है। भोपाल को देश का छठवां सबसे स्‍वच्‍छ शहर चुना गया है। पिछली बार यह 7वें स्थान पर था। दिल्ली में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 पुरस्कार समारोह में शनिवार को स्वच्छता का यह खिताब राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों से महापौर मालती राय ने लिया। इस दौरान कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी और अपर आयुक्त एमपी सिंह भी मौजूद थे। इंदौर ने एक बार फिर देश भर में अपनी श्रेष्‍ठता साबित करते हुए स्‍वच्‍छता का सिक्सर लगाया। इंदौर को लगातार छठवीं बार देश का सबसे स्‍वच्‍छ शहर चुना गया।स्वच्छ सर्वेक्षण में कुल 7500 अंक में से 6608 अंक भोपाल ने हासिल किए हैं। इसमें सर्विस लेवल प्रोग्रेस के लिए 3000 अंक रखे गए थे जिनमें से भोपाल ने 2526 अंक हासिल किए हैं। वहीं गार्बेज फ्री सिटी के लिए 1250 अंक रखे गए थे जिनमें से 1050 अंक और ओडीएफ प्लस में पूरे 1000 अंक हासिल किए हैं। जबकि सिटीजन वाइस के लिए 2250 अंक में से 2032 अंक मिले हैं। जबकि पिछले सर्वेक्षण में कुल अंक 6000 में से 4783 अंक मिले थे। इस बार भोपाल को वाटर प्लस और पांच स्टार रेटिंग मिली है, जबकि पिछली बार इसमें पीछे रह गया था, इसी वजह से शहर स्वच्छता में एक कदम आगे रहा है। स्‍वच्‍छता के क्षेत्र में मप्र और इसके शहरों का डंका बजने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान भी खुशी से गद्गद हैं। उन्‍होंने इस उपलब्‍धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्‍होंने ट्वीट के जरिए अपनी खुशी का इजहार करते हुए कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 100 से अधिक शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ राज्य बनने का गौरव हासिल करने पर मध्यप्रदेश की जनता का हार्दिक अभिनंदन। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने स्‍वच्‍छता के संकल्‍प को लेकर लगातार मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्‍यक्‍त किया।स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में भोपाल टाप पांच में आएगा, ऐसी उम्मीद निगमायुक्त केवीएस चौधरी के अलावा तमाम शहरवासियों को भी थी। लेकिन रैंकिंग में मामूली सुधार ही हुआ।

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