सबसे बेहतर स्वास्थ्य सेवाए देने का दावा करने वाला जिला अस्पताल, अपने ढीले प्रबंधन के चलते लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा है। जहा अस्पताल प्रबंधन के उदासीन रवैये के चलते रोजाना निकलने वाले बायो वेस्ट का निस्तारण नही हो रहा है । उचित प्रबंध न होने के कारण अस्पताल परिसर के पीछे इन दिनों बायो वेस्ट खुले में बिखरा हुआ है। जिसे उठवाने की जहमत भी अस्पताल प्रबंधन ने नही उठाई है अस्पताल में बायो वेस्ट एकत्र होने से पूरे क्षेत्र व अस्पताल परिसर में दुर्गंध उठ रही है। इससे मरीजो व उनके रिश्तेदारों का यहां से निकलना तक दुश्वार हो रहा है। जानकारी के मुताबिक पोस्टमार्टम कक्ष के बाजू में बायो वेस्ट को रखने के लिए 3 कमरो का निर्माण कराया गया है। तीनो कमरे बायोवेस्ट से पूरी तरहा भर गए है। जहां से ठेकेदार द्वारा अब तक बायोवेस्ट नहीं उठाया गया है कमरा पूरा भरा होने के कारण अब अस्पताल का बायो वेस्ट कमरे के बाहर परिसर में फेंका जा रहा है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रबंधन ने अब तक ठेकेदार का पुराना पेमेंट नहीं किया है जिसको लेकर ठेकेदार ने अस्पताल का करीब एक सप्ताह से बायो वेस्टेज उठाना बंद कर दिया है। आपको बताएं कि बायो वेस्टेज का उठाव करने के लिए शासन द्वारा सिवनी की संस्था कृपा वेस्टेज को ठेका दिया गया है ।जिसका तीन चार महीनों का करीब 3 से 4 लाख रु का भुगतान बकाया है जिसके चलते कृपा वेस्टेज संस्था जिला अस्पताल से बायोवेस्ट उठाने में अपनी रुचि नहीं दिखा रही है।और पिछले कई दिनों से अस्पताल के पीछे बने कक्ष से ठेकेदार द्वारा बायोवेस्ट नहीं उठाया गया है।
Byte जितेंद्र सोनेकर (परिजन)
वहीं अस्पताल प्रबंधन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है जिससे पूरा परिसर दुर्गंध से सराबोर हो गया है वही इससे संक्रमण फैलने का खतरा नजर आ रहा है आपको बताएं कि शासन द्वारा अस्पतालों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए है लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल के अंदर तो साफ-सफाई कराई जा रही है, लेकिन इससे निकलने वाला मेडिकल वेस्ट अस्पताल के पीछे ही फेंका जा रहा है। जो अस्पताल के कर्मचारियों के अलावा यहां भर्ती मरीजों के साथ-साथ आसपास रहने वाले लोगों के लिए भी खतरा साबित हो सकता है।
Byte चमन लिल्हारे ,सुपरवाइजर (जिला अस्पताल)
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉ संजय धबडगांव ने बताया कि कृपा वेस्टेज की तरफ से एक लेटर आया है। जिसमें तीन चार महीनों का बिल बकाया होने की बात कही गई है। जैसे ही बजट आएगा उनका पेमेंट कर दिया जाएगा। फिर भी हमने कृपा वेस्टेज संस्था से संपर्क किया है और उन्हें बायोवेस्ट उठाने को कहा है यदि वे नहीं मानते और आज भी कचरा गाड़ी नहीं भेजते हैं तो फिर शासन को पत्र लिखा जाएगा