फीफा वर्ल्ड कप में शुक्रवार यानी 2 दिसंबर को पहली बार महिला रेफरी देखने को मिलेगी। फ्रांस की स्टेफनी फ्रापार्ट जर्मनी और कोस्टा रिका के बीच होने वाले ग्रुप-E मैच में फील्ड रेफरी की जिम्मेदारी संभालेंगी। फ्रापार्ट के साथ अस्सिटेंट रेफरी के तौर पर दो और महिला रेफरी रहेंगी। इनका नाम नुइजा बैक और केरेन डियाज उनका साथ देगी।
फ्रापार्ट बनी थी फ्रेंच लीग की पहली महिला रेफरी
38 साल की फ्रापार्ट 2019 में फ्रांस की लीग-1 में रेफरी बनी थी। मेसी, नेमार और एमबापपे इसी लीग की टीम PSG के लिए क्लब फुटबॉल खेलते है। 2019 में भी फ्रापार्ट विमेंस वर्ल्ड कप के फाइनल में रेफरी थी।फ्रापार्ट 2019 UEFA सुपर कप के फाइनल मैच के रेफरी पैनल में थी, साथ ही 2020 चैंपियंस लीग में भी वे असिस्टेंट रेफरी रही।
जेंडर नहीं योग्यता जरूरी – फ्रापार्ट
फीफा वर्ल्ड कप में चुने जाने के बाद फ्रापार्ट ने कहा था कि, “मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई। अब सिलेक्शन जेंडर के आधार पर नहीं बल्कि योग्यता के आधार पर होता है। फीफा वर्ल्ड कप में महिला रेफरी को बुलाकर दुनिया में मजबूत संदेश पहुंचा रहा है।”
लगातार तीन साल रेफरी ऑफ द ईयर
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल हिस्ट्री & स्टेटिस्टिक्स (IFFHS) की तरफ से फ्रापार्ट को 2019, 2020 और 2021 में बेस्ट रेफरी ऑफ द ईयर मिला।
जर्मनी को आगे जाने के लिए जीतना जरूरी
ग्रुप-E में स्पेन, जापान, जर्मनी और कोस्टा रिका है। जहां स्पेन एक जीत और एक ड्रॉ के साथ 4 अंक हासिल कर चुका है और अपने ग्रुप के टॉप पर है। वहीं, जर्मनी सिर्फ 1 पॉइंट के साथ आखिरी पायदान पर है। जापान 3 अंक के साथ दूसरे और कोस्टा रिका इतने ही अंकों के साथ तीसरे नंबर पर है। बेहतर गोल डिफरेंस के की वजह से जापान कोस्टा रिका से आगे है।
पिछले हफ्ते स्पेन के खिलाफ मैच में ड्रॉ खेलने की वजह से जर्मनी के लिए आगे जाने की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उसे आगे जाने के लिए कोस्टा रिका के खिलाफ अपना अगला मैच किसी भी हाल में बड़े अंतर से जीतना होगा। साथ ही जर्मनी की टीम दुआ करेगी कि स्पेन जापान को हरा दे।










































