नगरीय क्षेत्र के हनुमान चौक में दानवीर स्व. राणा हनुमानसिंह के नाम से बन रहा प्रवेश द्धार का काम अटका पड़ा है, नगरपालिका का कहना है कि चूंकि डिजाईन में त्रुटि होने के कारण रोका गया है। वहीं आयोग अध्यक्ष और गौरीशंकर बिसेन कहते है कि आपातकाल में किसे फंसाये, इसका प्रवेश द्धार कैसे बनेंगा और कैसे बनना चाहिये।
विकास यात्रा को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कौन राणा हनुमानसिंह के अपने ही सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भुलचुक हो जाती है, लेकिन मैं राणा हनुमानसिंह का सम्मान करता हुॅं, वह आदरणीय है, बड़गांव में कृषि अनुसंधान केन्द्र के लिए उन्होंने महती भूमिका निभाई है।
कांग्रेस के वह नेतृत्वकर्ता भी रहे है। मैं छोटेपन में देखता था कि राणा हनुमानसिंह, तेजलाल टेंभरे, सी.डी. गौतम, थानसिंह, नंदकिशोर शर्मा और सुरेख खरे, सारे कांग्रेसी एक जगह बैठते थे और आपातकाल में किसको अंदर किया जायें, इसकी लिस्ट बनाते थे। उन्होंने कहा कि व्यक्तिपूजा का हम विरोध करते है, यह देश ऋषि-मुनियों, संत महात्माओं और वेद-पुरानो का देश रहा है। यहां व्यक्तिपूजा नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि व्यक्तिपूजा से तानाशाह हो जाता है। इंदिरा गांधी ने बाबा साहब आम्बेडकर के विपरित जाकर देश में एक साल और राज करने आपातकाल लगाया। मैं पूछता चाहता हुॅं कि आखिर कोरोना संक्रमण, युद्ध, भुखमरी जैसी और अन्य आपदा आ गई थी, जो आपातकाल लगाया गया? हमें अंदर कर दिया होता तो ठीक था लेकिन आपने तो आपातकाल में मोरारजी भाई, जयप्रकाश नारायण और महात्मा गांधी के साथ आजादी का संघर्ष करने वालों को अंदर डाल दिया। जिसने भी संविधान के साथ खिलवाड़ किया है, जनता ने उन्हें सबक सिखाया है।
आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि विकास यात्रा का रथ रूकेगा नहीं बल्कि अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश चुनाव में भाजपा का 200 पार लक्ष्य है। अबके विधानसभा फिर शिवराज-फिर शिवराज और फिर शिवराज होगा और लोकसभा में फिर मोदी-फिर मोदी और फिर मोदी होगा।
नगरीय क्षेत्र के हनुमान चौक में दानवीर स्व. राणा हनुमानसिंह के नाम से बन रहा प्रवेश द्धार का काम अटका पड़ा है, नगरपालिका का कहना है कि चूंकि डिजाईन में त्रुटि होने के कारण रोका गया है। वहीं आयोग अध्यक्ष और गौरीशंकर बिसेन कहते है कि आपातकाल में किसे फंसाये, इसका प्रवेश द्धार कैसे बनेंगा और कैसे बनना चाहिये।
विकास यात्रा को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कौन राणा हनुमानसिंह के अपने ही सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भुलचुक हो जाती है, लेकिन मैं राणा हनुमानसिंह का सम्मान करता हुॅं, वह आदरणीय है, बड़गांव में कृषि अनुसंधान केन्द्र के लिए उन्होंने महती भूमिका निभाई है।
कांग्रेस के वह नेतृत्वकर्ता भी रहे है। मैं छोटेपन में देखता था कि राणा हनुमानसिंह, तेजलाल टेंभरे, सी.डी. गौतम, थानसिंह, नंदकिशोर शर्मा और सुरेख खरे, सारे कांग्रेसी एक जगह बैठते थे और आपातकाल में किसको अंदर किया जायें, इसकी लिस्ट बनाते थे। उन्होंने कहा कि व्यक्तिपूजा का हम विरोध करते है, यह देश ऋषि-मुनियों, संत महात्माओं और वेद-पुरानो का देश रहा है। यहां व्यक्तिपूजा नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि व्यक्तिपूजा से तानाशाह हो जाता है। इंदिरा गांधी ने बाबा साहब आम्बेडकर के विपरित जाकर देश में एक साल और राज करने आपातकाल लगाया। मैं पूछता चाहता हुॅं कि आखिर कोरोना संक्रमण, युद्ध, भुखमरी जैसी और अन्य आपदा आ गई थी, जो आपातकाल लगाया गया? हमें अंदर कर दिया होता तो ठीक था लेकिन आपने तो आपातकाल में मोरारजी भाई, जयप्रकाश नारायण और महात्मा गांधी के साथ आजादी का संघर्ष करने वालों को अंदर डाल दिया। जिसने भी संविधान के साथ खिलवाड़ किया है, जनता ने उन्हें सबक सिखाया है।
आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि विकास यात्रा का रथ रूकेगा नहीं बल्कि अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश चुनाव में भाजपा का 200 पार लक्ष्य है। अबके विधानसभा फिर शिवराज-फिर शिवराज और फिर शिवराज होगा और लोकसभा में फिर मोदी-फिर मोदी और फिर मोदी होगा।
इंदिरा गांधी इमरजेंसी नहीं लगाती तो राष्ट्र कुछ और होता
आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने स्वर्गीय इंदिरा गांधी पर भी निशाना साधा।उन्होंने कहा कि यदि इंदिरा गांधी इमरजेंसी नहीं लगाती तो आज राष्ट्र कुछ और होता। उन्होंने कई लोगों को जेल में डाला ,उन्होंने संविधान के साथ खिलवाड़ किया है। जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी।
जिसे टिकट मिलेगी उसे जीत दिलाएंगे
उन्होंने आगे बताया कि पूर्व में मैंने कहा है कि विधानसभा क्षेत्र 111 से मैं चुनाव नहीं लडूंगा ,भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता, योग्यता और विजेता को टिकट देती है। जीत कभी दरकिनार नहीं की जा सकती। पार्टी को लगेगा तो वह मौसम को टिकट देगी, नहीं तो किसी और को देगी। मौसम वर्ष 2014 से कैंडिडेट हैं ,विधानसभा ही नहीं बल्कि लोकसभा की भी दावेदार हैं। पार्टी जहां से बोलेगी वहां से चुनाव लड़ेगी, अगर पार्टी किसी और को टिकट देगी
तो उसे जीता कर लाएंगे।
कमलनाथ के खिलाफ नहीं, पंजा के खिलाफ लडूंगा चुनाव
उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मुझसे भी कई अनुभव शील लोग छिंदवाड़ा में हैं। वहां के सभी योग्य राजनेता, वहां की बॉडी यदि प्रस्ताव प्रदेश को भेजती है और उस प्रस्ताव पर प्रदेश और केंद्र सहमति दे देती है और मुझे टिकट देती है । तो मै चुनाव लड़ने तैयार हूं । मैं कमलनाथ के खिलाफ नहीं बल्कि पंजे के खिलाफ चुनाव लडूंगा। यदि वह किसी और को टिकट मिलती है तो उसे जिताकर लाया जाएगा।
अभी स्पष्ट नहीं कि मेडिकल कॉलेज कहां बनेगा
उन्होंने आगे बताया कि जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए हमने डोंगरिया ,भटेरा और गोंगलाई में जगह चिन्हित की है। लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मेडिकल कॉलेज कहां बनेगा। सभी जगह पर्याप्त जमीन है । छोटे झाड़ या बड़े झाड़ का जंगल जैसी कोई बात नहीं है । तीनों जगह पर घास है । पर्याप्त भूमि है जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा कि मेडिकल कॉलेज कहां बनेगा।
मैं कमलनाथ के सुर में सुर नहीं मिला रहा हूं
एक और सवाल के जवाब में श्री बिसेन ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना मेरा व्यक्तिगत विचार है। निर्णय सरकार लेगी। मेरा व्यक्तिगत मत है कि पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए । कमलनाथ भी पुरानी पेंशन बहाली की बात करते हैं इसका मतलब यह नहीं कि मैं उनके सुर में सुर मिला रहा हूं।