म.प्र. राजस्व अधिकारी कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांतीय आव्हान पर प्रदेशभर के तहसीलदार, नायब तहसीलदारों ने राजपत्रित अधिकारी घोषित, पदोन्नति एवं वेतन विसंगति को दूर किये जाने की मांग को लेकर २० मार्च से तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गये है। इसी कड़ी में लालबर्रा तहसीलदार रामबाबू देवांगन भी २० मार्च से तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गये है जिसके कारण तहसील कार्यालय का राजस्व कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो गया है एवं दूर-दराज के ग्रामीणजनों व पक्षकारों को तहसीलदार के सामूहिक अवकाश पर जाने की जानकारी नही होने के कारण वे तहसील कार्यालय आ रहे है परन्तु तहसीलदार के अवकाश पर चले जाने के कारण उन्हे बिना कार्य निपटाये बैरंग वापस होना पड़ रहा ह और परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। आपकों बता दे कि लंबे समय से प्रदेशभर के राजस्व अधिकारी कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के आव्हान पर राजपत्रित अधिकारियों की पदोन्नति, नायब तहसीलदार को राजपत्रित दर्जा व राजपत्रित अधिकारियों की वेतन विसंगति को दूर करने की मांगों को लेकर समय-समय पर आंदोलन करते आ रहे है परन्तु सरकार के द्वारा उनकी मांगे पूरी नही की जा रही है और अपनी जायज मांगों को लेकर तहसीलदार व नायब तहसीलदारों ने गत १६ मार्च से हाथ में काली पट्टी बांधकर कार्य किया था एवं तीन दिवस में मांगे पूरी नही होने पर २० मार्च से तीन दिवस के सामूहिक अवकाश पर जाने की शासन-प्रशासन को चेतावनी दी थी परन्तु मांगे पूरी नही होने पर २० मार्च से सभी तहसीलदार व नायब तहसीलदार तीन दिवस के सामूहिक अवकाश पर चले गये है। जिससे तहसील कार्यालय का राजस्व संबंधित समस्त कार्य प्रभावित हो चुका है और जिन लोगों को २०, २१ व २२ मार्च को सुनवाई, पेंशी, नामांतरण सहित अन्य करवाना था वे भी परेशान हो रहे है और कार्यालय का चक्कर लगा रहे है। दूरभाष पर चर्चा में तहसीलदार रामबाबू देवांगन ने बताया कि लंबे समय से राजपत्रित अधिकारियों की पदोन्नति, नायब तहसीलदार को राजपत्रित दर्जा व राजपत्रित अधिकारियों की वेतन विसंगति को दूर करने की मांगों को लड़ाई लड़ते आ रहे है परन्तु हमारी मांगे पूरी नही की जा रही है इसलिए पुरे प्रदेशभर के तहसीलदार व नायब तहसीलदार २० मार्च से सामूहिक अवकाश पर चले गये है इसलिए सरकार से मांग है कि हमारी तीन सूत्रीय मांगों को जल्द पूरा करें।