इस साल का पहला चंद्र ग्रहण आगामी 5 मई को होगा। ग्रहण एक अद्भुत खगोलीय घटना होती है जिसमें दिलचस्पी रखने वाले इसे देखने के लिए भरसक प्रयास करते हैं। लेकिन हर ग्रहण की तरह यह चंद्र ग्रहण भी दुनिया के सिर्फ कुछ ही हिस्सों में दिखाई देगा। अच्छी बात यह है कि इस बार इसे भारत में भी देखा जा सकता है। 2023 का पहला चंद्र ग्रहण एक उपछाया ग्रहण (Penumbral Eclipse) होगा। आइए आपको बताते हैं कि यह चंद्र ग्रहण कितने बजे से कितने बजे तक और किन-किन देशों में लगेगा।
खबरों के अनुसार, भारत में यह चंद्र ग्रहण 5 मई को रात 8:44 बजे से देर रात 1:01 बजे तक लगेगा। इस तरह यह 5 मई से शुरू होकर 6 मई की तारीख में खत्म होगा। रात 10:52 बजे ग्रहण अपने उच्चतम बिंदू पर होगा। इस ग्रहण को एशिया, यूरोप, अफ्रीका, हिंद महासागर, प्रशांत और अटलांटिक से देखा जा सकेगा। अगर आसमान साफ रहता है तो भारत में लोग इसे बिना किसी उपकरण के भी देख पाएंगे। हालांकि छोटे टेलिस्कोप इस नजारे को और बेहतर बना सकते हैं।
कैसे लगता है चंद्र ग्रहण?
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसका सीधा संबंध विज्ञान से है। इसके जरिए हमें हमारे सौर मंडल के बारे में और अधिक जानने का मौका मिलता है। जब हमारी पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरती है और अपनी छाया चंद्रमा पर डालती है तो इस घटना को चंद्र ग्रहण कहते हैं। पिछले महीने साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था जिसे देखने के लिए ऑस्ट्रेलिया में हजारों लोग इकट्ठा हुए थे।