पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अनुभा मुंजारे ने ली कांग्रेस में सदस्यता के बाद पहली बार प्रेस वार्ता

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पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अनुभव मुंजारे द्वारा द्वारा कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद पहली बार पत्रकारों से चर्चा करने स्थानीय सर्किट हाउस में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि बीते कई वर्षों से ही कांग्रेस की रीति नीति से वह प्रभावित थी और वह चाह रही थी कि कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करें किंतु कुछ ऐसे संयोग नहीं बन पाए एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा नहीं होने के कारण उनके द्वारा कांग्रेस पार्टी ज्वाइन नहीं की गई किंतु हाल ही में उन्होंने अपने बेटे शांतनु मुंजारे के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर कांग्रेश की रीति नीति से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली है एवं वह चाहती हैं कि आने वाले चुनाव में वह पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ जिले में कांग्रेस की सरकार बने जिसके लिए वह दृढ़ संकल्पित है और पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ वह जिले में काम करेंगे

भाजपा में जो उनको उचित लगता है वही भारतीय जनता पार्टी वही करती है-

उन्होंने वार्ता में मोदीजी पर निशाना साधते हुए कहां की जिस प्रकार से संसद भवन का उद्घाटन किया गया वह कहीं ना कहीं गलत है क्योंकि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों किया जाना था किंतु भाजपा में जो उनको उचित लगता है वही भारतीय जनता पार्टी वही करती है वहीं दिल्ली में भी जंतर मंतर पर बैठे खिलाड़ियों के साथ सरकार द्वारा बर्बरता से उनके पंडाल को उखाड़ कर फेंके गए एवं खिलाड़ियों का अपमान किया गया जिसकी व कड़े शब्दों में निंदा करती हैं भारतीय जनता पार्टी नारी सशक्तिकरण की बात करती है और दूसरी तरफ वह देश के खिलाड़ियों पर पुलिस के द्वारा मारपीट करवाया गया क्या गलत है वहीं उन्होंने हाल ही में जारी की गई भाजपा सरकार के द्वारा लाडली बहना योजना को महिलाओं के ऊंटों को अपनी ओर करने का प्रलोभन बताया है जबकि 15 सालों में भाजपा सरकार को महिलाओं की याद नहीं आई और चुनाव के समय उन्होंने महिलाओं को प्रलोभन देने के लिए यह योजना चलाई है

नारी सम्मान योजना को कमलनाथ की महिलाओं के लिए सम्मान देने वाली योजना बताया-

कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही नारी सम्मान योजना को कमलनाथ की महिलाओं के लिए सम्मान देने वाली योजना बताया है क्योंकि भाजपा द्वारा सरकार जाते समय यह योजना चलाई गई है तो वहीं कांग्रेस द्वारा सरकार बनने से पहले नारी सम्मान योजना चलाई जा रही है जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो भाजपा से बेहतर इस योजना को महिलाओं के लिए चलाई जाएगी और इसका लाभ दिलाया जाएगा

पहली प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता एवं विधायकों नही रहे उपस्थित-

कांग्रेस में शामिल होने पर अनुभव मुंजारे की पहली प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता एवं विधायकों का उपस्थित नहीं होने पर अनुभव मुंजारे द्वारा कहा गया कि उन्होंने जब सदस्यता ली थी तब सभी बड़े नेता और विधायक उपस्थित थे किंतु आज उन्होंने प्रेस वार्ता दी है तो किसी कारण वश बड़े नेता उनकी प्रेस वार्ता में नहीं पहुंच पाए हैं जबकि उनके द्वारा सभी से संपर्क किया गया था किंतु जिले से बाहर रहने के कारण कांग्रेस के बड़े नेता इस वार्ता में नहीं पहुंच पाए इसमे कहीं भी कोई मनमुटाव वाली कोई बात नहीं है क्योंकि उनका कांग्रेस में प्रवेश जनता की मांगो पर उनके द्वारा कांग्रेस में प्रवेश किया गया है उनका पूरा कांग्रेसी परिवार एक है किसी का किसी से भी मनभेद या मतभेद नहीं है

कंकर मुंजारे जिले के एक क्रांतिकारी नेता है और उनकी विचारधारा एक क्रांतिकारी विचारधारा है-

उनका कांग्रेस में सदस्यता लेने के बाद से ही जिले में कांग्रेस से दावेदारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है और पूर्व सांसद कंकर मुंजारे भी परसवाड़ा विधानसभा से अपनी क्रांतिकारी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऐलान बीते दिनों प्रेस वार्ता से कर चुके हैं जिसमें उनके द्वारा अनुभव मुंजारे को अपना समर्थन नहीं दिया गया है जिस पर अनुभव मुंजारे द्वारा कहा गया कि कंकर मुंजारे जिले के एक क्रांतिकारी नेता है और उनकी विचारधारा एक क्रांतिकारी विचारधारा है और उनकी इस विचारधारा से जिले के सभी लोग परिचित हैं और वह अपनी जगह स्वतंत्र हैं क्योंकि उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है इसलिए वह जो बात रख रहे हैं वह उनके विचार हैं और वह उनकी विचारधारा है और वह और उनका बेटा शांतनु दोनों के द्वारा कांग्रेस की सदस्यता ली गई है

उनके द्वारा कभी भी अपने से यह नहीं कहा गया है कि वह कांग्रेस से कांग्रेस के प्रत्याशी की दावेदारी करती हैं-

वह कांग्रेसी पार्टी में शामिल है और वह और उनका बेटा कांग्रेस के एक से सिपाही की तरह काम करना चाहते हैं और उनके द्वारा कभी भी कांग्रेश से पत्याशी की दावेदारी नहीं की गई है यह बात तय है पर उनके द्वारा कभी भी अपने से यह नहीं कहा गया है कि वह कांग्रेस से कांग्रेसी प्रत्याशी की दावेदारी करती हैं और उन्हें जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा यदि उन्हें इस दावेदारी के लायक या काबिल समझा जाता है या क्षेत्र की जनता उन्हें इस काबिल समझती हैं तो और उन्हें ऐसा अवसर मिलता है तो वह इंकार नहीं करेंगी और यदि उन्हें टिकट नहीं मिलती है तो वह बागी होकर भी नहीं लड़ेंगी क्योंकि यह कल्पना के बाहर की बात है और वहां कांग्रेस पार्टी की नई सदस्य हैं और वह अभी सभी वरिष्ठ कांग्रेसियों के घर जाकर उनसे सौजन्य वेट कर रही हैं

उन्हें क्रांतिकारी कंकर मुंजारे के खिलाफ प्रचार करने परसवाड़ा भेजते हैं तो वह पार्टी के दिशा निर्देश अनुसार काम करेंगे –

उनसे पूछे गए एक सवाल में कहा गया कि यदि परसवाड़ा क्षेत्र से उन्हें कांग्रेस के पक्ष में यदि प्रचार करने का मौका मिलता है और पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें क्रांतिकारी कंकर मुंजारे के खिलाफ प्रचार करने परसवाड़ा भेजते हैं तो वह पार्टी के दिशा निर्देश अनुसार काम करेंगे कि वह पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में हमेशा से काम करना चाहती हैं और काम करेंगे क्योंकि वह हमेशा से ही कांग्रेस को मजबूत करने के लिए ही काम करेंगे

वोटों का ध्रुवीकरण बिल्कुल नहीं होगा-

अनुभव मुंजारे ने यह भी कहा कि आने वाले चुनाव में वोटो का बटवारा नहीं होगा और सभी कांग्रेस का कार्यकर्ता कांग्रेस की जीत के लिए काम करेगा क्योंकि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा एक साथ मिलकर और एकता के साथ यदि काम किया जाएगा तो ही कांग्रेस की जीत होगी और वह सफल होंगे और वोटों का ध्रुवीकरण बिल्कुल नहीं होगा

वह किसी से भी प्रतिद्वंदिता नहीं रखती हैं और वह चाहती हैं कि कांग्रेस में सभी मिलकर काम करें-

पूछे गए एक सवाल में उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से कुछ नाराज कार्यकर्ता हैं उनको मनाने के लिए वह क्या करेंगे उस पर अनुभव मुंजारे के द्वारा कहा गया कि उनका खुद का नेचर है की वह सभी के साथ सामंजस्य बिठाकर काम करती हैं और वह कभी भी किसी को असंतुष्ट नहीं मानती हैं और वहां किसी को भी अपना विरोधी नहीं मानती हैं और वह किसी से भी प्रतिद्वंदिता नहीं रखती हैं और वह चाहती हैं कि कांग्रेस में सभी मिलकर काम करें इनके द्वारा शुरू दिन से यह कहा गया है कि वह कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली है इस कारण उनकी किसी से भी कोई प्रतिद्वंदिता नहीं है और वह चाहती हैं कि सभी मिलकर काम करें और यदि किसी के मन में कोई तकलीफ है तो वह उन्हें बताएं और यदि उनसे कोई गलती हुई हो तो वह भी उन्हें बताएं किसी के द्वारा उन्हें सुझाव दिया जाता है तो उनकी सुझाव भी माने जाएंगे और उनके द्वारा पार्टी को मजबूत करने के लिए ही पार्टी का सदस्य बना गया है

उनके द्वारा जो परिषद बिठाया गया है वह अक्षम साबित हो रही है इस लिये विधायक जी को शहर के वार्डो में जाकर सफाई करवानी पड़ रही है –

उन्होंने हाल ही में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के द्वारा चलाए जा रहे सफाई अभियान को लेकर कहा कि वह भी जनता के आशीर्वाद से 10 वर्ष नगर पालिका की अध्यक्ष रही हैं और उन्हें थोड़ा अनुभव है नगरपालिका में काम करने का है और उनका यह मानना है कि माननीय विधायक गौरीशंकर बिसेन ने यह स्वीकार कर लिया है कि उनके द्वारा जो परिषद का गठन किया गया है और नगरपालिका में जो उनके द्वारा परिषद बिठाया गया है वह अक्षम साबित हो रहा है क्योंकि वह यदि सक्षम होते तो माननीय विधायक जी को कोई आवश्यकता नहीं थी शहर के वार्डो में जाकर सफाई करने की यह अच्छी बात है कि वह जनप्रतिनिधि है वार्डो का निरीक्षण कर सकते हैं

किंतु वह स्वयं खड़े होकर नालियों की सफाई करवा रहे हैं और नाली निकलवा रहे हैं और वह खुद कह रहे हैं कि 15 दिनों तक शहर की बागडोर सफाई की उनके हाथों में है तो फिर आप के अध्यक्ष किस काम के रह जाते हैं, और जो उनके पार्षद चुने गए हैं वह किस काम के ,उनके सभापति किस काम के हैं , जबकि नगर पालिका में उन्हें पूर्ण बहुमत मिलाकर अध्यक्ष का गठन किया गया है तो ऐसी स्थिति क्यों बन रही है क्या कही ना कहीं आपके द्वारा बिठाए गए अध्यक्ष काम नहीं कर रहे हैं या उनके कामों से वह संतुष्ट नहीं है और आपको लग रहा है कि आने वाले समय में जनता नाराज होने की वजह से चुनाव प्रभावित होगा क्योंकि बालाघाट विधानसभा में बहुत ज्यादा शहर की वोट चुनाव को प्रभावित करता है और विधायक जी को यह डर सता रहा है कि शहर में जो अवस्था फैली है उस कारण कहीं ना कहीं शहर का वोट बैंक प्रभावित होगा और यदि जनता का गुस्सा विधानसभा चुनाव पर पड़ा तो निश्चित ही इसके परिणाम उन्हें स्वयं भुगतना पड़ेगा इसलिए वह खुद मैदान में उतर कर सफाई व्यवस्था अपने हाथों से लेकर सफाई करा रहे हैं और जनता को अपनी ओर आकर्षित करने का काम किया जा रहा है

गौरीशंकर बिसेन उनसे उम्र में बहुत बड़े हैं और बड़े उम्र के होने के कारण वह उनका सम्मान करती हैं-

बीते दिनों आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के द्वारा अनुभव मुंजारे की कांग्रेस में शामिल होने पर आयोग अध्यक्ष के द्वारा अपने उद्बोधन में यह बयान दिया गया था कि वह कमलनाथ को चुनौती नहीं मानते तो अनुभव मुंजारे की तो वह बात ही नहीं करना चाहते जिस पर अनुभव मुंजारे द्वारा कहा गया कि गौरीशंकर बिसेन उनसे उम्र में बहुत बड़े हैं और बड़े उम्र के होने के कारण वह उनका सम्मान करती हैं और भले ही उनके बोल बिगड़ जाए पर वह अपने बोल बिगाड़ना नहीं चाहती हैं वह भले ही अपने द्वारा दिए गए बयान पर कायम रहे और उनका लक्ष्य सेवा करने का है और उन्हें उस लक्ष्य को प्राप्त करना है भले ही वह उन्हें चुनौती माने या ना माने वह चाहती भी नहीं कि वह उन्हें चुनौती माने जबकि उनके द्वारा पहले भी कमलनाथ जी को लेकर भी बयान दिए गए हैं और वह यदि ऐसा कह रहे हैं तो उनकी सोच है वह सर्वमान्य नेता अपने आप को समझते हैं जबकि वह मोदी जी को भी कहने से नहीं चूकते हैं वह किसी को भी कुछ भी कह सकते हैं और वह अपने आप को एक छोटी सी सामाजिक कार्यकर्ता मानती हैं और वह किसी का अपमान नहीं करना चाहती और वह किसी के सम्मान के खिलाफ भी कोई शब्द नहीं करना चाहती हैं और वह एक जनसेवक है और उन्हें सड़क पर काम करना है और जनता चाहेगी तो सड़क से सदन तक वह जनता की आवाज बनी

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