ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) ट्रेन और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (Bangalore Howrah Superfast Express) दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एक साथ दो यात्री ट्रेन और एक मालगाड़ी से टक्कर हो गई। ओडिशा में हुए इस भीषण हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई, 900 से अधकि लोग घायल हो गए। मरने में की संख्या अभी और बढ़ सकती है। इस हादसे में मरने वालों को रेलवे ने 10 लाख रुपया मुआवजा देने का ऐलान किया। लेकिन क्या आप जानते है कि आपका ट्रेन टिकट आपको 1 रुपये से भी कम खर्च में 10 लाख रुपये तक का इंश्योरेंस देता है।
1 रुपये से कम पर 10 लाख तक का इंश्योरेंस
ट्रेन की ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर यात्रियों को 10 लाख रुपये का का इंश्योरेंस मिलता है। जब आप IRCTC से ऑनलाइन टिकट की बुकिंग करवाते हैं आपको 1 रुपये से भी कम खर्च पर ट्रेन सफर में इंश्योरेंस का ऑप्शन मिलता है। इस इंश्योरेंस को पाने के लिए टिकट बुकिंग के वक्त आपको विक्लप चुनना पड़ता है। अगर आप बीमा ऑप्शन को चुनते हैं तभी आप इस इंश्योरेंस को पाने के हकदार बन पाते हैं।
क्यों जरूरी है टिकट पर मिलने वाला ये इंश्योरेंस
ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करते वक्त अगर आप इंश्योरेंस का विकल्प चुनते हैं तो यात्रा के दौरान आपको 10 लाख तक का कवर मिल जाता है। यदि दुर्भाग्यवश ट्रेन दुर्घटना की शिकार हो जाती है तो इलाज का खर्च और दुर्भाग्य रूप से मृत्यु होने पर आश्रितों को मुआवजे में आर्थिक मदद मिलती है। इस इंश्योरेंस कवर के तहत अगर रेल (Indian Railway) हादसे में यात्री की मृत्यु हो जाती है या वो स्थायी रूप से विकलांग हो जाता है तो उसे या उसके परिवार को 10 लाख रुपए तक की बीमा राशि दी जाती है। अगर यात्री आंशिक रूप से विकलांग हो जाता है तो उसे 7.5 लाख रुपए मुआवजे मिलता है। वहीं गंभीर रूप से घायल होने पर यात्री को 2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाती है। वहीं हादसे में मामूली रूप से घायल होने पर यात्री तो 10 हजार रुपए तक का मुआवजा मिलता है।