शासकीय सिविल अस्पताल वारासिवनी का 21 जून कि सुबह 9:30 बजे सीएचएमओ बालाघाट डॉक्टर मनोज पांडे के द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान बड़ी मात्रा में अस्पताल स्टाफ अनुपस्थित पाया गया जिस पर बीएमओ कमलेश झोड़े को संबंधित व्यक्तियों को नोटिस देने और उनकी अब्सेंट लगाने के लिए निर्देशित किया गया। जिस पर बीएमओ के द्वारा 3 कर्मचारियों को अब्सेंट, 4 कर्मचारियों को कारण बताओ के नोटिस दिए गए वही समस्त स्टाफ को चेतावनी देकर समय पर कार्य पर उपस्थित होने निर्देशित किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार शासन के द्वारा शासकीय अस्पतालों का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया गया है ऐसे में सामान्यता आम इंसान के द्वारा डॉक्टरों के अनुपस्थित होने की शिकायत की जाती है। परंतु वारासिवनी शासकीय सिविल अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब सुबह 9:30 बजे सीएचएमओ बालाघाट डॉ मनोज पांडे अचानक सिविल अस्पताल में पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने देखा कि ओपीडी का स्टाफ समय होने पर भी मौजूद नहीं है और ना ही डॉक्टर है ऐसे में अस्पताल खोल तो दिया गया है जहां पर मरीज डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं। जिस पर सीएचएमओ के सिविल अस्पताल में पहुंचने की जानकारी लगने पर डॉक्टर और अन्य स्टाफ में हड़कंप समझ गया सभी आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे जिनके चेहरे का पसीना उनकी हड़बड़ाहट बता रहा था। जिसमें सीएचएमओ बालाघाट डॉक्टर पांडे के द्वारा बीएमओ कमलेश झोड़े के साथ ओपीडी सहित भर्ती वार्ड का निरीक्षण किया गया। इस दौरान विभिन्न चीजों में सुधार करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए वही बीएमओ को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया। जिस पर खंड चिकित्सा अधिकारी कमलेश झोड़े के द्वारा कार्य पर समय से नहीं पहुंचने वाले अधिकारी कर्मचारी मैं 3 कर्मचारी की अब्सेंट लगाई गई, 4 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया तो वही बाकी अन्य कर्मचारियों को चेतावनी दी गई और सभी को समय का विशेष ध्यान रखते हुए कार्य पर उपस्थित होने के लिए कहां गया। पद्मेश से चर्चा में सीएचएमओ डॉ मनोज पांडे ने बताया कि यह उनका औचक निरीक्षण था जिसमें वह सिविल अस्पताल की सुविधाओं का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने देखा कि ओपीडी वार्ड में ना कोई डॉक्टर उपस्थित है और ना ही फार्मेसीस सहित अन्य कर्मचारी सुबह 9:30 बजे से आए हैं 10 बजते आ रहा है अधिकांश कर्मचारी नदारद है। जिसके कारण ओपीडी के मरीजों के साथ भर्ती वार्ड के मरीज भी डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं जिसमें डॉक्टर विक्रम शरणागत के द्वारा भर्ती मरीजों को देखा गया है। इस दौरान समय पर कार्य पर उपस्थित नहीं होने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही की जायेगी।