नगर के हृदय स्थल पर स्थित प्राथमिक माध्यमिक नवीन शाला में अब पालतू व आवारा मवेशी भी शिक्षा अध्ययन करने आने लगे है। जहां एक और छात्र छात्रा बरामदे या कक्षा रूम में बैठकर शिक्षा प्राप्त कर रहे है तो पालतू व आवारा मवेशी शाला के परिसर में। यह रोज का नजारा बन गया है कि जैसे ही शाला का प्रमुख द्वार खुला आवारा व पालतू मवेशी शाला परिसर में पहुॅचकर चारा चरने लगते है। जिन्हे भगाने की और किसी का ध्यान नही है। वही कई मर्तबा तो लघुशंका के लिये परिसर में बने शौचालय जाने के दौरान यह पशु छात्र छात्राओं पर दौड़ जाते है जिससे वे घबरा तक जाते है। १०५ छात्र छात्राऐं करते है शाला में अध्ययन गौरतलब है कि एक शाला एक परिसर के तहत यह स्कूल कुछ वर्ष पूर्वही शासन के आदेश पर मर्ज हुआ है। जिसमें कक्षा १ से लेकर कक्षा ८ तक करीब १०५ छात्र छात्रा अध्ययन करते है। ऐसे में शाला परिसर के अंदर आवारा व पालतू मवेशियों का इस तरह चारा ग्रहण करना हमारी लचर शिक्षा व्यवस्था को दर्शाता है। पशुओं को बकायदा परिसर से भगाया जाता है – बीके ठाकुर इस संबंध में पदम्मेश को जानकारी देते हुये सहायक शिक्षक बीके ठाकुर ने बताया कि यह शाला काफी पुरानी है जो शासन के आदेशानुसार एकीकृत परिसर में मर्ज हो चुकी है। सामने कक्षा १ से ५ व पीछे तरफ ६ से ८ तक की कक्षाऐं संचालित होती है। ऐसे में दोनो तरफ के मुख्य गेट खुले रहते है। वही छात्र छात्राऐं भी लगातार आना जाना करते है। ऐसे में जैसे ही यह आवारा पशु या पालतू पशु हमारे परिसर में दिखाई देते है हम बकायदा उन्हे भगाने का प्रयास करते है। वही वर्तमान में मतदाता सूची का पुननिरिक्षण का कार्य चल रहा है ऐसे में मतदाताओं का सतत रूप से आना जाना चलते रहता है। जिसकी वजह से भी गेट खुला रहता है। हमारे स्कूल में ४ मतदाता केन्द्र भी है जिसमें दो सामने व दो पीछे है। यह शाला बस स्टैण्ड के पास व दशहरा मैदान से लगी हुई है। जिसकी वजह से आवारा पशु गेट खुला देख अंदर घुस आते है। जिन्हे हमारे द्वारा भगा दिया जाता है। श्री ठाकुर ने कहा कि हम नगरीय प्रशासन से यह मांग करते है कि इन पशुओं को पकड़े और इनके मालिको पर कड़ी कार्यवाही की जाये। इनका कहना है – इस मामले में जब पदम्मेश ने दूरभाष पर बीआरसी सतेन्द्र शरणागत ने बताया कि फिलहाल वे कुछ स्कूलों का निरिक्षण करने आये हुये है। नवीन माध्यमिक शाला के परिसर में आवारा पालतू पशु चर रहे है तो उस स्कूल के स्टॉफ की जबावदारी है कि उन्हे भगाये। इस समस्या के बारे में वे नगर पालिका को एक पत्र लिखकर आवारा पशुओं की धरपकड़ किये जाने की मांग करेंगे वही स्कूल स्टॉफ से जबाव तलब करते हुये उचित कार्यवाही करेंगे।